Kanpur: गंगा नहाने गए पीएसी जवान समेत दो लोग डूबे, एक का मिला शव, दूसरे की तलाश जारी

Kanpur: गंगा नहाने गए पीएसी जवान समेत दो लोग डूबे, एक का मिला शव, दूसरे की तलाश जारी

कानपुर, अमृत विचार। होली के दिन जाजमऊ थानाक्षेत्र के बुढ़िया घाट में शुक्रवार देर शाम तीन दोस्तों के साथ गंगा नहाने गए पीएसी जवान समेत दो लोग नहाने के दौरान गहरे में जाने के कारण डूब गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से दोनों की तलाश शुरू की। पुलिस ने एक युवक के शव को गंगा से निकलवा लिया। जबकि उसके साथी पीएसी जवान की तलाश में घंटों बीत चुके है, जिसका पता नहीं लग सका है। वहीं घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।    

यशोदा नगर निवासी 26 वर्षीय शिवा शुक्ला पीएसी 12 बटालियन फतेहपुर में जवान हैं। वर्तमान में वह 37वीं वाहिनी के सेक्टर कार्यालय से संबद्ध हैं। शुक्रवार शाम होली खेलने के बाद शिवा अपने इलाके के दोस्तों 25 वर्षीय ज्ञानेन्द्र यादव उर्फ गोलू, छोटू, आलोक शुक्ला और अष्टू मिश्रा के साथ जाजमऊ के सिद्धनाथ मंदिर में दर्शन गए थे। जहां पर फिर वे लोग कुछ दूरी पर स्थित बुढ़िया घाट में गंगा में स्नान करने पहुंच गए। नहाने के दौरान शिवा और ज्ञानेंद्र गहरे पानी में चले गए।

साथियों ने उन्हें बचाने का काफी प्रयास किया लेकिन वह डूब गए। इसके बाद जाजमऊ पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय  गोताखोरों की मदद से दोनों की तलाश शुरू कराई। जिसके चलते करीब तीन घंटे के बाद ज्ञानेन्द्र का शव घाट से करीब 100 मीटर आगे गोताखोरों को मिला। पुलिस ने ज्ञानेन्द्र का शव निकलवाकर कांशीराम अस्पताल भेजा। जहां से उसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहीं पीएसी जवान शिवा को पुलिस बुढ़िया घाट के आस पास पीएसी की स्टीमर से तलाश कर रही है। साथ ही जाल भी डाला गया है।

इसके अलावा उन्नाव से गोताखोरों को बुलाने के साथ साथ पीएसी की एक टुकड़ी को भी शिवा को ढूंढने में लगाया गया है। लेकिन दूसरे दिन शनिवार शाम तक शिवा का शव नहीं मिल सका। इस दौरान डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह, चकेरी और जाजमऊ का फोर्स तैनात रहा और परिजनों को ढांढस बंधाता रहा। जाजमऊ थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्र ने बताया कि गंगा में डूबे एक युवक का शव निकाल लिया गया। दूसरे पीएसी जवान की तलाश की जा रही है। 

अष्टू के पिता बोले ज्ञानेन्द्र और शिवा डूब गए

पीएसी जवान शिवा के दोस्त अष्टु के पिता ने परिजनों को बताया कि ज्ञानेन्द्र उर्फ शिवा गंगा में डूब गए हैं। जिस पर चीखपुकार मच गई। इसके बाद वे लोग आनन फानन जाजमऊ बुढ़िया घाट पहुंचे। जहां पर ज्ञानेन्द्र के भाई का शैलेन्द्र की आंखों से आंसू थम नहीं रहे थे। शैलेन्द्र ने बताया कि वे दो भाई ही थे। शिवा के परिवार में पिता राम नरेश, मां रामलक्ष्मी, बड़ा भाई गिरीश और दो शादीशुदा बहने सोनी और निधि हैं। शिवा भी भाई बहनों में सबसे छोट़ा था।