बहराइच: मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी में संवेदनहीनता को लेकर प्राचार्य ने सभी स्टाफ से मांगा स्पष्टीकरण, जानें पूरा मामला

बहराइच। मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी में संवेदनहीनता पर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री ने प्राचार्य से चार दिन में जवाब मांगा था। इसको देखते हुए प्राचार्य ने इमरजेंसी में तैनात सभी स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण मिलने के बाद प्राचार्य की ओर से डिप्टी सीएम को जवाब भेजा जाएगा। महाराजा सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज से …
बहराइच। मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी में संवेदनहीनता पर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री ने प्राचार्य से चार दिन में जवाब मांगा था। इसको देखते हुए प्राचार्य ने इमरजेंसी में तैनात सभी स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण मिलने के बाद प्राचार्य की ओर से डिप्टी सीएम को जवाब भेजा जाएगा।
महाराजा सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज से संबद्ध महर्षि बालार्क जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी में 4 मई को संवेदनहीनता देखने को मिली थी। इमरजेंसी के बाहर स्ट्रेचर पर एक युवक का शव बारिश ने भीग रहा था। जबकि मवेशी उसी के पास खड़ा था। इस मामले का प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने संज्ञान लेते हुए प्राचार्य डॉ. अनिल के साहनी से जवाब मांगा था।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनिल के साहनी ने बताया कि 4 मई को इमरजेंसी में तैनात सभी स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इनमें डॉक्टर, फार्मासिस्ट, एएनम और सुरक्षा में तैनात गार्ड शामिल है। प्राचार्य ने बताया कि शाम तक स्पष्टीकरण मिलने के बाद मंगलवार को डिप्टी सीएम को पूरी रिपोर्ट भेज दी जाएगी। इसके बाद संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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