अब कानपुर मंडल को नहीं होगी बिजली की किल्लत; पनकी पॉवर प्लांट में 550 मेगावाट बिजली का किया जा रहा उत्पादन
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर व आसपास के जिलेवासियों को अब बिजली संबंधित दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि पनकी पॉवर प्लांट से भरपूर मात्रा में बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। इससे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का प्रदेश को 24 घंटे बिजली देने का सापना भी साकार होगा। यह जानकारी पनकी पॉवर प्लांट का निरीक्षण करने आए उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ.रूपेश कुमार ने दी।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ.रूपेश कुमार शनिवार को पनकी पॉवर प्लांट पहुंचे, यहां पर उन्होंने पनकी पॉवर प्लांट के मुख्य महाप्रबंधक गोविंद कुमार मिश्र, प्रोजेक्ट निदेशक एसके दत्ता व मुख्य अभियंताओं के साथ बैठक की। साथ ही पनकी पॉवर प्लांट का निरीक्षण किया।
प्लांट में संचालित मशीनों के संबंध में जानकारी ली। जब वह प्लांट के अंदर पहुंचे तो प्रवेश द्वार से लेकर उनको अंदर तक धूल ही धूल नजर आई, जिसपर उन्होंने मुख्य महाप्रबंधक को निर्देश दिए कि तत्काल प्रभाव से इसका प्रबंध किया जाए। प्लांट का थ्री डी मॉडल अधिकारियों से मांगा। अभियंताओं के मुताबिक यह थ्री डी मॉडल पहले मुख्यमंत्री और उसके बाद प्रधानमंत्री के सामने पनकी तापीय परियोजना के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किया जाना है।
पनकी पॉवर प्लांट का निरीक्षण करने के बाद उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ.रूपेश कुमार घाटमपुर स्थित नयवेली पॉवर प्लांट पहुंचे और निरीक्षण किया। पनकी पॉवर प्लांट के मीडिया प्रभारी पुनीत शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री दोपहर करीब एक बजे प्लांट आएंगे और लगभग 20 मिनट तक रहेंगे।
छह रुपये यूनिट बेची जाएगी बिजली
डॉ. रूपेश कुमार ने बताया कि पनकी पॉवर प्लांट में वर्तमान में 500 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा रहा है। यहां से संबंधित डिस्कॉमों को छह रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली बेची जाएगी। प्लांट का लाभ कानपुर के साथ ही आसपास के जिलेवासियों को भी मिलेगा। जरूरत पड़ने पर प्रदेश के जिस जिले में बिजली की किल्लत होगी, वहां के डिस्कॉम को भी बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।
ये भी पढ़ें- कानपुर में खून से लाल हो गई सड़कें: बेकाबू वाहनों की टक्कर से छह की चली गई जान, पोस्टमार्टम हाउस में बिलखते रहे परिजन
