योगी सरकार 2.0 : योगी मंत्रिमंडल से कई बड़े चेहरे हुए गायब, श्रीकांत शर्मा समेत ये बड़े नेता नहीं बन पाए दोबारा मंत्री

योगी सरकार 2.0 : योगी मंत्रिमंडल से कई बड़े चेहरे हुए गायब, श्रीकांत शर्मा समेत ये बड़े नेता नहीं बन पाए दोबारा मंत्री

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ ने आज शुक्रवार एक बार फिर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। इसके साथ ही वह प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता संभाली है। उनके साथ दो मुख्यमंत्री और 52 अन्य मंत्रीयों ने भी शपथ …

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ ने आज शुक्रवार एक बार फिर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। इसके साथ ही वह प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता संभाली है। उनके साथ दो मुख्यमंत्री और 52 अन्य मंत्रीयों ने भी शपथ ली, लेकिन कई बड़े चेहरे चुनाव जीतने के बाद भी सरकार से बाहर हैं।

योगी सरकार 2.0 में छह बड़े चेहरों के साथ मोहसिन रजा को सरकार में शामिल नहीं किया गया है। योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सतीश महाना, श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह, महेन्द्र सिंह तथा नीलकंठ तिवारी को इस बार सरकार में जगह नहीं मिली है। इनके साथ ही कैबिनेट मंत्री रहे आशुतोष टंडन ‘गोपाल जी’ योगी सरकार 2.0 में शामिल नहीं किया गया है।

बता दें कि सतीश महाना कानपुर के महाराजपुर, श्रीकांत शर्मा मथुरा, सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहाबाद पश्चिम आशुतोष टंडन ‘गोपाल जी’ तथा नीलकंठ तिवारी ने वाराणसी दक्षिणी विभानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की है। महेन्द्र सिंह तथा मोहसिन रजा विधानसभा परिषद के सदस्य हैं। इनके साथ ही कैबिनेट मंत्री रहे जय प्रताप सिंह तथा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रहे अशोक कटारिया को भी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है।

इनके साथ कैबिनेट मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री तथा रमापति शास्त्री के साथ राज्य मंत्री अतुल गर्ग, श्रीराम चौहान, जय कुमार जैकी, अनिल शर्मा, सुरेश पासी, चौधरी उदय भान सिंह, रामशंकर सिंह पटेल, नीलिमा कटियार, महेश गुप्ता तथा जीएस धर्मेश को भी इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है।

मोहसिन रजा की जगह मुस्लिम चेहरे के रूप में दानिश आजाद अंसारी को मौका मिला है। मोहसिन रजा की जगह राज्य मंत्री बने दानिश आजाद अंसारी ने लखनऊ विश्विद्यालय से बीकॉम और फिर मास्टर ऑफ क्वालिटी मैनेजमेंट व मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की है। युवा चेहरा और बुलंद आवाज वाले अंसारी छह वर्ष तक भाजपा से जुड़े छात्र संगठन यानी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता रहे। 2017 में उनको उर्दू भाषा समिति का सदस्य बनाया गया। 2022 के चुनाव से ठीक पहले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा का महामंत्री बनाया गया।

बलिया के रहने वाले दानिश ने लखनऊ में पढ़ाई की है। दानिश आजाद अंसारी मूल रूप से बलिया के बसंतपुर के रहने वाले हैं। 32 वर्षीय दानिश ने 2006 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से बी.कॉम की पढ़ाई पूरी की। दानिश ने खुलकर युवाओं के बीच एबीवीपी के साथ-साथ भाजपा और आरएसएस के लिए माहौल बनाया। इसमें भी खासतौर पर मुस्लिम युवाओं के बीच में वह काफी सक्रिय रहे।

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