NO SMOKING DAY: धूम्रपान से होता है 40 तरह का कैंसर व 25 तरह की बीमारियां

लखनऊ। धूम्रपान से मनुष्य के शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इसके उपयोग से 25 तरह की बीमारियां तथा 40 प्रकार के कैंसर हो सकते हैं। इतना ही नहीं बीड़ी,सिगरेट या किसी तरह से तंबाकू का प्रयोग व्यक्ति के प्रजनन क्षमता पर भी बुरा असर डालता है, यह कहना है,केजीएमयू के रेस्पेरेटरी मेडिसिन विभाग …
लखनऊ। धूम्रपान से मनुष्य के शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इसके उपयोग से 25 तरह की बीमारियां तथा 40 प्रकार के कैंसर हो सकते हैं। इतना ही नहीं बीड़ी,सिगरेट या किसी तरह से तंबाकू का प्रयोग व्यक्ति के प्रजनन क्षमता पर भी बुरा असर डालता है, यह कहना है,केजीएमयू के रेस्पेरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.सूर्यकांत का।
उन्होंने यह बातें धूम्रपान निषेध दिवस के अवसर पर अमृत विचार से बात करते हुये कहीं,उन्होंने कहा कि लोग किसी भी स्वरूप में तंबाकू का उपयोग ना करें,तो ज्यादा बेहतर है,जो लोग तंबाकू का सेवन कर रहे हैँ,उनको जागरूक करने तथा तंबाकू का सेवन धीरे-धीरे छोड़ें,इसके लिए सरकार राष्ट्रीय कार्यक्रम भी चला रही है।
सरकार द्वारा चलाए जा रहे तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत केजीएमयू में भी लंबे समय से धूम्रपान निषेध क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है। यहां पर धूम्रपान का लोग त्याग कर सकें,इसके लिए काउंसलिंग, दवाओं तथा योग के जरिए धूम्रपान छुड़ाने का काम किया जा जाता है। कई लोगों ने धूम्रपान छोड़ भी है।
उन्होंने बताया कि बहुत से लोग ऐसे भी आते हैं,जो बीड़ी व सिगरेट छोड़ना चाहते हैं। उन्होंने बताया यदि कोई शख्स एक सप्ताह तक धूम्रपान का प्रयोग नहीं करता, उनके लिए तंबाकू छोड़ना आसान हो होता है,लेकिन वास्तव में जब धूम्रपान करने वाला व्यक्ति एक साल तक तंबाकू का सेवन किसी रूप में न करें,तभी यह कहा जा सकता है कि उसने धूम्रपान छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि कैंसर कितनी भयावह बीमारी है,आज के समय में किसी से छुपा नहीं है,उसके बाद भी लोग बीड़ी,सिगरेट तथा पान मसाले का जमकर उपयोग कर रहे हैं,उन्होंने कहा कि धूम्रपान करने वालों को 40 तरह का कैँसर हो सकता है। उन्होंने कहा कि मुंह,दांत,गले,तालू,फेफड़े,स्टमक का कैंसर इसमें प्रमुख तौर पर देखे गये हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का भी असर धूम्रपान करने वालों के ऊपर ज्यादा देखा गया है। उन्होंने बताया कि जो युवा अधिक धूम्रपान करते थे,वह कोरोना वायरस का ज्यादा शिकार हुये।
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