कानपुर: केडीए की अब हर फाइल होगी डिजिटल, नक्शा, नामांतरण और रजिस्ट्री का लेखा-जोखा होगा ऑनलाइन

कानपुर। लोगों की सुविधा और केडीए के भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री पर रोक लगाने के लिए अब विभाग की हर फाइल डिजिटल होगी। लोग फ्लैट या प्लाट लेने से पहले नक्शा या लेआउट पास होने की एक क्लिक पर ऑनलाइन जानकारी ले सकेंगे। केडीए में दस्तावेज सुरक्षित रखने के साथ उनको ऑनलाइन करने की तैयारी …
कानपुर। लोगों की सुविधा और केडीए के भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री पर रोक लगाने के लिए अब विभाग की हर फाइल डिजिटल होगी। लोग फ्लैट या प्लाट लेने से पहले नक्शा या लेआउट पास होने की एक क्लिक पर ऑनलाइन जानकारी ले सकेंगे।
केडीए में दस्तावेज सुरक्षित रखने के साथ उनको ऑनलाइन करने की तैयारी की जा रही है। इससे फाइलें सुरक्षित रहने के साथ फर्जी रजिस्ट्री करके भूखंड बेचने वालों पर शिकंजा कसा जा सकेगा। केडीए उपाध्यक्ष अरविद सिह ने यह व्सवस्था लागू करने का आदेश दिया है।
कानपुर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से लेकर एक-एक संपत्ति का लेखाजोखा कंप्यूटर में दर्ज हो रहा है। पास हो चुके सभी नक्शे या लेआउट भी ऑनलाइन किए जा रहे हैं। इसके बाद से शहर में बिना लेआउट और बिना नक्शे के बिक रहे भूखंड और फ्लैट पर अंकुश लगेगा। इस समय सनिगवां, सजारी, पनकी, बैराज, मैनावती मार्ग, नानकारी, मंधना, रूमा समेत कई जगह बिना लेआउट के प्लाटिग हो रही है।
ऐसे पकड़ी जाएगी हेराफेरी
श्यामनगर, सुजातगंज समेत कई जगह फर्जी नामांतरण किया गया है। इसमें केडीए के कर्मचारी भी लि’ हैं। एक कर्मचारी के पास कई-कई भूखंड हैं। श्यामनगर में अवैध निर्माण भी हो रहा है, लेकिन केडीए मौन है। नई व्यवस्था लागू होने के बाद इस पर रोक लगेगी।
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