लखीमपुर खीरी: कहीं कमल ने दिखाया दम तो कहीं साइकिल ने पकड़ी रफ्तार

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। चौथे चरण के चुनावी रण में बुधवार को जिले की आठों विधानसभा सीटों पर दिलचस्प मुकाबले सामने आए हैं। लखीमपुर सदर सीट पर जहां भाजपा, सपा और बसपा के बीच त्रिकोणीय संघर्ष दिखा। वहीं अन्य सीटों पर कहीं कमल ने अपना दमखम दिखाया तो कहीं साइकिल ने रफ्तार पकड़ी। बसपा बिखराव से …
लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। चौथे चरण के चुनावी रण में बुधवार को जिले की आठों विधानसभा सीटों पर दिलचस्प मुकाबले सामने आए हैं। लखीमपुर सदर सीट पर जहां भाजपा, सपा और बसपा के बीच त्रिकोणीय संघर्ष दिखा। वहीं अन्य सीटों पर कहीं कमल ने अपना दमखम दिखाया तो कहीं साइकिल ने रफ्तार पकड़ी। बसपा बिखराव से जूझती रही। मुस्लिम मतदाताओं का सपा की तरफ झुकाव दिखा। कांग्रेस अपने परंपरागत वोटों के लिए लड़ती रही। इस बार चुनाव में कई निर्दलीय और छोटे दलों के बस्ते मतदान केंद्रों के पास तक नहीं दिखाई दिए।
विधानसभा लखीमपुर सदर: मतों के बिखराव से हॉट सीट हुई लखीमपुर सदर
लखीमपुर सदर सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला है। बसपा से शहर के प्रमुख ट्रांसपोर्टर मोहन वाजपेई के आने से यह सीट हॉट हो गई है। इस सीट पर भाजपा के प्रत्याशी विधायक योगेश वर्मा, सपा से पूर्व विधायक उत्कर्ष वर्मा और मोहन बाजपेई के बीच सीधा त्रिकोणीय संघर्ष दिखा। कांग्रेस इस सीट पर अपने परंपरागत वोट को साधते नजर आई। इस सीट पर मुस्लिम मतदाताअ ों में लामबंदी रही। हाथी की चाल भी तेज रही। शहर से लेकर देहात क्षेत्र में कमल खिला।
वहीं साइकिल और हाथी की रफ्तार भी तेज रही। कौन बनेगा शहर विधायक यह तो दस मार्च को ही साफ हो सकेगा, लेकिन मतदाताओं की ओपिनयन से यह बात तो साफ हो गई है कि त्रिकोणीय संघर्ष में यह सीट फंस गई है। इस सीट पर भाजपा के लिए कब्जा बरकरार रखना काफी मुश्किल माना जा रहा है।
विधानसभा निघासन: वोटों के ध्रुवीकरण से भाजपा-सपा में कांटे की टक्कर
जिले की तराई में स्थित निघासन विधानसभा में भाजपा और सपा के बीच कड़ा संघर्ष सामने आया है। इस सीट पर भाजपा के प्रत्याशी विधायक शशांक वर्मा और सपा से पूर्व विधायक आरएस कुशवाहा के बीच सीधा कांटे का मुकाबला है। यहां बसपा से चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक आरए उस्मानी मुस्लिम वोटरों को साध नहीं पाए हैं। इस सीट पर मुस्लिम वोटरों का ध्रुवीकरण होने से भाजपा व सपा के बीच सीधी लड़ाई हो गई है।
हालांकि नगर, कस्बों से लेकर गांवों में जहां कमल खूब खिलता रहा। वहीं साइकिल भी दौड़ती रही। राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो यहां कमल की रफ्तार साइिकल से अधिक है। इसकी वजह बसपा का परंपरागत वोट भी बिखरता दिखा। इससे इस सीट पर कमल की स्थित मजबूत आंकी जा रही है।
विधानसभा श्रीनगर (अ.ज): सपा-बसपा की लड़ाई में फंसी भाजपा
श्रीनगर विधानसभा (अ.ज) सीट पर पर सपा-बसपा की लड़ाई में भाजपा की सीट पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। इस सीट पर 319109 वोटर हैं। इनमें 170425 पुरुष और 148680 महिला मतदाता हैं। इस सीट पर मतदाताओं की नाराजगी भाजपा की प्रत्याशी विधायक मंजू त्यागी पर भारी पड़ती दिख रही है।
सपा प्रत्याशी पूर्व विधायक रामसरन और बसपा प्रत्याशी मीराबानों के बीच में कड़ी टक्कर लग रही है। यहां मतदाता प्रत्याशी से व्यक्तिगत नाराज नजर आए। वोट की चोट देकर बूथों से बाहर निकले मतदताअ ों के रुझान से साइिकल और हाथी की रफ्तार तेज रही है। हालांकि कई बूथों पर कमल भी तेजी के साथ खिला है। कुल मिलाकर श्रीनगर सीट भाजपा के लिए मुश्किल पैदा कर सकती है।
विधानसभा मोहम्मदी: भाजपा व सपा के बीच है लड़ाई
मोहम्मदी विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी पूर्व विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह, सपा से दाउद और बसपा से शकील अहमद सिद्दीकी चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर सर्वाधिक मतदाता मुस्लिम है। यहां पर दोनों प्रत्याशी मुस्लिम हैं। इससे इस सीट पर मुस्लिम मतदाता बिखर गया है। इसका फायदा सीधे कमल को दिखता नजर आ रहा है। इससे इस सीट पर कमल की स्थिति मजबूत होती दिख रही है। बसपा का परंपरागत वोट भी खिसक गया। बसपा अपने परंपरागत वोट को साधने की कोशिश में दिखी।
विधानसभा गोला गोकर्णनाथ: भाजपा-सपा में सीधी लड़ाई खूब खिला कमल और दौड़ी साइकिल
गोला गोकर्णनाथ सीट जिले की हॉट सीट है। यहां से भाजपा प्रत्याशी विधायक अरविंद गिरी, सपा से पूर्व विधायक विनय तिवारी और बसपा से शिखा कन्नौजिया और कांग्रेस से प्रहलाद पटेल चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर भी काफी दिलचस्प मुकाबला हो गया है। इसकी वजह यह है कि यहां का मुस्लिम मतदाता एकजुट होकर सपा की तरफ रूख कर गया। दोपहर तक यह मतदाता बसपा और कांग्रेस में था, लेकिन दोनों प्रत्याशियों की सीट खतरे में भांपकर एकजुट हुआ। इससे यहां भाजपा और सपा के बीच सीधी लड़ाई हो गई है। दोनों के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है।
विधानसभा पलिया: पलिया में भाजपा-सपा में सीधा मुकाबला, लड़ाई से बाहर हुई बसपा
पलिया विधानसभा सीट पर भी तिकुनियां कांड का असर दिखा है। यहां इस क्षेत्र के सिक्ख मतदाता एकजुट होकर सपा की तरफ चले गए हैं, जिससे इस सीट पर भाजपा और सपा की सीधी लड़ाई है। भाजपा प्रत्याशी विधायक रोमी साहनी और सपा से पितेंदर सिंह कक्कू ताल ठोंक रहे हैं, जबकि कांग्रेस से रिसाल अहमद और बसपा से डॉ. जाकिर हुसैन प्रत्याशी हैं। इस सीट पर सिक्ख मतदाताओं का साइकिल की तरफ झुकाव होने से भाजपा और सपा के बीच कड़ा मुकाबला हो गया है। हालांकि यहां का दलित मतदाता बसपा को छोड़कर रोमी साहनी के साथ खड़ा दिखाई दिया। इससे भाजपा की स्थिति यहां मजबूत मानी जाती है।
विधानसभा कस्ता: भाजपा-सपा में कांटे की टक्कर
कस्ता सीट पर भी लड़ाई काफी दिलचस्प दिखी। यहां भी कमल और साइकिल के बीच सीधी टक्कर है। भाजपा प्रत्याशी पूर्व विधायक सौरभ सिंह सोनू और सपा से पूर्व विधायक सुनील कुमार लाला और बसपा से हेमवती राज और कांग्रेस से राधेश्यम चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर वर्ष 2017 से पहले सपा का कब्जा था। सुनील कुमार लाला विधायक थे। वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा के सौरभ सिंह सोनू ने यह सीट छीन ली थी। इस बार दोनों प्रत्याशी फिर आमने-सामने हैं। मतदान के बाद जो तसवीर उभरकर सामने आ रही है। इससे यहां भाजपा और सपा के बीची सीधी और कांटे की टक्कर है।
विधानसभा धौरहरा: भाजपा-सपा में सीधी लड़ाई
धौरहरा सीट पर भाजपा और सपा की सीधी टक्कर दिखाई पड़ रही है। कमल के साथ ही यहां साइिकल की रफ्तार भी तेज रही। वैसे तो इस सीट पर दोनों प्रत्याशी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त है, लेकिन दोनों के बीच कांटे का मुकाबला है। भाजपा ने इस सीट पर विनोद शंकर अवस्थी को लड़ाया है। वहीं सपा से पूर्व मंत्री यशपाल चौधरी के पुत्र वरुण चौधरी हैं। दोनों के बीच हर बूथों पर कड़ा मुकाबला होता दिख रहा है। यहां बसपा और कांग्रेस प्रत्याशी लड़ाई से बाहर दिख रहे हैं।
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