बरेली: ’21 डाउनटाउन’ ध्वस्त होने की क्या है कहानी, कब से निशाने पर था ये बार?

बरेली: ’21 डाउनटाउन’ ध्वस्त होने की क्या है कहानी, कब से निशाने पर था ये बार?

बरेली, अमृत विचार। शराब करोबारी मनोज जायसवाल के स्टेडियम रोड स्थिति 21 डाउन टाउन बार को बीडीए ने शनिवार सुबह ध्वस्त कर दिया। इससे पहले बीडीए की तरफ से इसके लिए नोटिस भी जारी किया गया था। मगर मनोज जायसवाल की तरफ से फिर भी इस बार को नहीं हटाया गया। जिसके बाद बीडीए ने …

बरेली, अमृत विचार। शराब करोबारी मनोज जायसवाल के स्टेडियम रोड स्थिति 21 डाउन टाउन बार को बीडीए ने शनिवार सुबह ध्वस्त कर दिया। इससे पहले बीडीए की तरफ से इसके लिए नोटिस भी जारी किया गया था। मगर मनोज जायसवाल की तरफ से फिर भी इस बार को नहीं हटाया गया। जिसके बाद बीडीए ने इसे ध्वस्त कर दिया। 21 डाउन टाउन के ध्वस्त होने की सूचना पूरे शहर में आग की तरह फैल गई। पूरे दिन शहर में सिर्फ 21 डाउन टाउन की ही चर्चाएं होने लगीं।

आखिर ध्वस्त होने की क्या रही वजह, अब तक क्यों नहीं हुआ ध्वस्त?
दरअसल, 21 डाउन टाउन का मालिक मनोज जायसवाल एक शराब माफिया है। बरेली जिले में शराब और बीयर की इसकी करीब 58 दुकानें हैं। जिनके अनुज्ञापी शराब माफिया सिंडिकेट में शामिल है। हैरत की बात यह है कि मनोज जायसवाल के साथ इस कांड में कई बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। जिनकी परतें अब जांच में लगातार खुल रही हैं।

जांच में पता चला कि बरेली से लेकर अमरोहा तक के कई वर्दी वाले और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही कई सफेदपोश से इसकी मिली भगत चल रही थी। जिनकी वजह से यह अपना पूरा सिंडिकेट चला रहा था और साथ ही अपना अवैध रुप से बना 21 डाउन टाउन बार भी संचालित कर रहा था। बताया गया कि बीडीए ने कई बार इस पर कार्रवाई करनी चाही मगर बड़े-बड़े अधिकारियों की वजह से हर बार यह कार्रवाई रुक गई। मगर अब पकड़ते तूल के साथ बीडीए ने भी एक बड़ा हाथ मार दिया।

इस डाउन टाउन के कब से शुरु हुए बुरे दिन?
मनोज जायसवाल और उसके इस 21 डाउन टाउन बार के बुरे दिन तब से शुरू हुए जब बारादरी पुलिस ने 24 मार्च को गैर कानूनी तरीके से कानपुर से लाया गया शराब का ट्रक पकड़ा। इस शराब को बरेली मंगवाया गया था। जबकि उसे कानपुर की दुकानों पर बिकना था। मामले ने तब और तूल पकड़ा जब यह पता चला कि सहारनपुर की जिस डिस्टेलरी से यह शराब आई थी उसे यूपी एसटीएफ करीब 20 दिन पहले ही 100 करोड़ की टैक्स चोरी में सील कर चुकी थी।

इसके बाद बारादरी थाने में मनोज जायसवाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई और उसके गलत तरीके से रेजीडेंशियल लैंड पर बने उसके 21 डाउन-टाउन बार का लाइसेंस निलंबित किया गया। मगर मनोज की अधिकारियों में घुसपैठ इतनी मजबूत थी कि उसने फिर से बार चलाना शुरू कर दिया।

डीएम के साथ वायरल फोटो ने और बिगाड़ दिया खेल
मुकदमे के बाद फरार और 25 हजार के इनामी शराब माफिया मनोज जायसवाल को बीते दिनों एसटीएफ लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया था। मगर इसके बाद मनोज जयसवाल की एक फोटो बरेली के तत्कालीन डीएम मानवेंद्र सिंह के साथ वायरल हुई। इसके बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया। सभी पुराने मामले उखड़ने लगे। शासन तक मामला पहुंचने के बाद धीरे-धीरे जांच में यह भी सामने आने लगा कि उसके साथ इस खेल में कई खाकी वर्दी वालों के साथ कई और अन्य लोग भी शामिल हैं। जिसकी मदद से यह पूरा सिंडिकेट चल रहा है। बहरहाल मामले के तूल के साथ ही बीडीए ने भी अपना एक बड़ा हाथ मार दिया और शराब माफिया मनोज जायसवाल के 21 डाउन टाउन को ध्वस्त कर दिया।

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