बिजनौर : चालक की हत्या कर कैंटर लूटने वाले आरोपी गिरफ्तार

बिजनौर, अमृत विचार। पिछले सप्ताह नहटौर-हल्दौर मार्ग पर स्क्रैब से भरे कैंटर चालक की हत्या कर लूट को अंजाम देने वाले आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड, नकदी व लूट का करीब डेढ़ करोड़ रुपये का माल भी बरामद किया …
बिजनौर, अमृत विचार। पिछले सप्ताह नहटौर-हल्दौर मार्ग पर स्क्रैब से भरे कैंटर चालक की हत्या कर लूट को अंजाम देने वाले आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड, नकदी व लूट का करीब डेढ़ करोड़ रुपये का माल भी बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 24 जनवरी को थाना नहटौर के गांव बेगराजपुर के निकट 54 वर्षीय एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा मिला था। बीते गुरुवार को चंडीगढ़ के गांव मलोहा निवासी राकेश पुत्र नारायण ने नहटौर थाने पहुंचकर शव की शिनाख्त अपने पिता के रूप में की। राकेश की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
इसमें पुलिस की कई टीम जुटी। मृतक का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया। सर्विलांस टीम ने जांच के आधार पर देहरादून के थाना अफजलगढ़ गांव रसूलपुर आबाद निवासी गुरदीप सिंह पुत्र स्वर्ण सिंह और गांव लाल टप्पड के गुरमीत सिंह पुत्र संगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उक्त दोनों से गहनता से पूछताछ की तो उन्होंने अन्य साथियों की शिनाख्त कराई।
उन्होंने बताया कि घटना को अंजाम देने में थाना अफजलगढ़ के गांव जिकरवाला निवासी खालिद पुत्र खलील, आफताब आलम पुत्र मोहम्मद गालिब, जिला मुजफ्फरनगर के थाना मीरापुर के मोहल्ला कोटला पुरानी सब्जीमंडी निवासी शाबेज पुत्र महमूद खान और जानससठ थाने के गांव गढ़ी निवासी दाऊद पुत्र एजाज को भी गिरफ्तार किया है।
ऐसे दिया था घटना को अंजाम
नारायण प्रसाद बिहार से स्क्रैब लेकर बिजनौर आ रहे थे। आरोपी गुरदीप व गुरमीत ने पूछताछ में बताया कि वह भी ट्रक चालक-परिचालक हैं। नारायण प्रसाद रास्ते में जनपद बहराईच के एक ढ़ाबे पर फोन पर किसी से अपनी पत्नी की बीमारी के चलते गाड़ी चंडीगढ़ न ले जाने की बात कर रहे थे। वह दोनों यह सब सुन रहे थे। उन्होंने खुद को बिजनौर का निवासी बताया और गाड़ी चलाने में मदद का आश्वासन देकर नारायण के साथ चल दिए। 23 जनवरी को धामपुर आकर उन्होंने शराब पी।
बताया कि उसी समय नारायण का स्क्रैप भरा कैंटर लूटने की योजना बनाई। उन्होंने अन्य साथी खालिद व आफताब आलम को फोन कर बुला लिया। खालिद व आफताब डस्टर कार से धामपुर आए। चालक गुरमीत को गुमराह करके उसके कैंटर को नहटौर-हल्दौर मार्ग पर सूनसान जगह ले गए। यहां उन्होंने नारायण को उतारा और सिर में लोहे की रॉड मारकर हत्या की और शव सड़क किनारे झाड़ी में डाल दिया। मृतक की जेब से उन्हें 40 हजार रुपये मिले। इसके बाद स्क्रैब से भरे कैंटर को खालिद जिगरीवाला अफजलगढ़ ले गया। स्क्रैब खरीदने के लिए शाबेज व दाऊद को बुला लि