अलविदा 2021: 12 महीनों की बड़ी घटनाएं, एक नजर में जानिए इस वर्ष में क्या-क्या हुआ

अलविदा 2021: 12 महीनों की बड़ी घटनाएं, एक नजर में जानिए इस वर्ष में क्या-क्या हुआ

अलविदा 2021: साल 2021 बीतने वाला है, जिसमें शेष दो दिन ही बचे हुए हैं। 2021 भारत के लिए अच्छा भी रहा और बुरा भी। ऐसा इसलिए क्योंकि, जहां भारत में लोगों ने कोरोना के आतंक से अपनों को खोया। वहीं, भारत को  मिस यूनिवर्स का खिताब भी इसी साल मिला। इसके अलावा पश्चिम बंगाल …

अलविदा 2021: साल 2021 बीतने वाला है, जिसमें शेष दो दिन ही बचे हुए हैं। 2021 भारत के लिए अच्छा भी रहा और बुरा भी। ऐसा इसलिए क्योंकि, जहां भारत में लोगों ने कोरोना के आतंक से अपनों को खोया। वहीं, भारत को  मिस यूनिवर्स का खिताब भी इसी साल मिला। इसके अलावा पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में बीजेपी की हार की वजह से ये साल कुछ बड़े राजनीतिक घटनाक्रमों का भी गवाह रहा।

आइए जानते हैं ऐसी ही इस साल की बड़ी घटनाओं के बारे में…

गणतंत्र दिवस पर किसानों की हिंसा….

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों ने अपनी मांग को लेकर एक ट्रैक्टर मार्च निकाला था जो कि जल्द ही हिंसक के रुप में तब्दील हो गया। वहीं, उग्र प्रदर्शनकारियों की एक भीड़ पुलिस की ओर से लगाए गए बेरिकेड्स को तोड़ते हुए लाल किले की प्राचीर तक पहुंच गए

 

 

बंगाल चुनाव और उसके बाद हुई हिंसा…

पश्चिम बंगाल में बीजेपी की शिकस्त इस साल की सबसे मुख्य राजनीतिक घटना मानी जा सकती है। लेकिन ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस के लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई। वहीं, विपक्ष ने इस हिंसा के लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया था। बाद में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने हिंसा के पीड़ितों को मुआवजा देने में विफल रहने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया  था।

 

कोरोना का संकट और ऑक्सीजन की कमी….

साल 2021 भारत के लिए बीते कई दशकों के सबसे मुश्किल दौर में से एक साबित हुआ है। जब कोरोना संक्रमण पूरे देश में अपना आतंक मचाया था। इस दौरान देश की और सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल तो खोली ही, साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसिविर के लिए भी बहुत भटकना पड़ा था। हालांकि, केंद्र ने दावा किया है कि दूसरी लहर के दौरान राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशोंकी ओर से ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई है। जबकि मामला सबके सामने है।

 

 पेंडोरा पेपर्स लीक मामला….

बता दें कि इसी साल ‘पेंडोरा पेपर्स’ के लीक होने का मामला सामने आया है। पेपर में 300 भारतीय लोगों के नाम शामिल थे, इनमें 60 लोग प्रमुख थे। मामले में सचिन तेंदुलकर, अनिल अंबानी, नीरव मोदी, जैकी श्रॉफ, अजीत केरकर और किरण मजूमदार-शॉ शामिल हैं। जानकारी अनुसार 3 अक्टूबर को दुनियाभर में पत्रकारीय साझेदारी की तरफ से लीक हुए लाखों दस्तावेजों को ‘पेंडोरा पेपर्स’ कहा गया। जिसमें भारत सहित 91 देशों और क्षेत्रों में वर्तमान और विश्व नेताओं, राजनेताओं और सार्वजनिक अधिकारियों के वित्तीय रहस्यों को उजागर करने का दावा किया गया था।

 

लखीमपुर खीरी कांड…यूपी का सबसे बड़ा मुद्दा

3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में प्रदर्शनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी गई थी। जिसमें चार किसानों की मौत हो गई। इस हिंसा में कुल 8 लोग मरे थे। इस कांड में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को आरोपी बनाया है। हाल ही में आशीष मिश्रा ने कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जिसपर सुनवाई को टाल दिया गया है।

 

70 साल बाद एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा को मिला

टाटा संस ने 2021 में एयर इंडिया की बोली जीती, जिस एयरलाइन की स्थापना उसने लगभग 90 साल पहले की थी। इस साल सरकार ने एयर इंडिया के लिए टाटा की तरफ से 18 हजार करोड़ रुपये की बोली स्वीकार कर, टाटा को कंपनी का 100 प्रतिशत अधिग्रहण दे दिया था।

 

भारत ने 1 बिलियन कोविड-19 वैक्सीन का तोड़ा रिकॉर्ड

21 अक्टूबर भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन था। जिसमें कोविड-19 की भीषण दूसरी लहर से जूझने के बाद, भारत ने 100 करोड़ के वैक्सीन मार्क को पार कर लिया।

 

CDS बिपिन रावत का निधन

भारत के पहले सीडीएस बिपिन रावत का 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया। तमिलनाडु में क्रैश हुए Mi-17V5 Helicopter में सीडीएस रावत और उनकी पत्नी समेत 14 लोग शामिल थे। वहीं, इस हादसे की जांच जारी है।

 

कृषि कानून वापस और किसानों का आंदोलन खतम…

इसी साल सरकार ने किसानों को एक बड़ा तोहफा दिया है। जिसमें कई महीनों से चले आ रहे आंदोनल को किसानों ने खतम कर दिया। क्योंकि सरकार की ओर से तीनों कृषि कानून वापिस ले लिया गया। बता दें कि बीते 378 दिन से किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं को घेरा हुआ था। आंदोलन की वापसी के बाद 11 दिसंबर को किसानों ने घर लौटना शुरू कर दिया। इस दिन को किसान विजय दिवस के रूप में मनाया गया।

 

21 साल बाद भारत को मिला मिस यूनिवर्स का खिताब…

भारत की हरनाज सिंधू ने दो दशक बाद मिस यूनिवर्स का खिताब  अपने नाम किया है। ये प्रतियोगिता इजराइल में हुई थी। इसकी प्रीलिमिनरी स्टेज में 79 से अधिक कंटेस्टेंट्स ने भाग लिया था।

21 साल की हरनाज ने पैराग्वे की नाडिया फेरीरा और दक्षिण अफ्रीका की लालेला मस्वाने को पीछे छोड़कर ये ताज अपने नाम किया। इससे पहले सुष्मिता सेन ने 1994 में और लारा दत्ता ने 2000 में भारत के लिए मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था।