बरेली: बीएल एग्रो की टेक्निकल और केमिकल टीम करेगी जांच

बरेली: बीएल एग्रो की टेक्निकल और केमिकल टीम करेगी जांच

सीबीगंज, अमृत विचार। बीएल एग्रो यूनिट में सोमवार को टैंक की सफाई के दौरान हुई तीन मजदूरों की मौत प्रकरण की जांच के लिए प्रशासन के साथ तीन टीमों को लगाया गया है। बीएल एग्रो की टेक्निकल और केमिकल टीम भी जांच में जुट गई है। अगर कंपनी का कोई कर्मचारी दोषी पाया जाता है …

सीबीगंज, अमृत विचार। बीएल एग्रो यूनिट में सोमवार को टैंक की सफाई के दौरान हुई तीन मजदूरों की मौत प्रकरण की जांच के लिए प्रशासन के साथ तीन टीमों को लगाया गया है। बीएल एग्रो की टेक्निकल और केमिकल टीम भी जांच में जुट गई है। अगर कंपनी का कोई कर्मचारी दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यूनिट के प्रशासनिक अधिकारी प्रेम बाबू शर्मा का कहना है कि इस तरह का हादसा उनकी यूनिट में पहली बार हुआ है। आगे इस तरह की अनहोनी न हो, इसके लिए इसका कारण जानना जरूरी है। उनका यह भी कहना है कि यदि इस मामले में किसी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यूनिट में हुए हादसे की जांच प्रशासन की टीम भी अपने स्तर पर करेगी। जिसके लिए डीएम के आदेश पर टीम का गठन हो चुका है जो जल्द ही मामले की रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगी।

घटनास्थल पर पहुंची फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड
बीएल एग्रो में हुई घटना में तीन लोगों की मौत के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया। घटना के बाद फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड को मौके पर भेजा गया जिन्होंने वहां से साक्ष्य जुटाए जिसमें घटना की असल वजह का पता चल सके। हालांकि रात तक ऐसा कोई साक्ष्य टीम को नहीं मिला जिससे हादसे का कारण पता चल रहा हो।

सुरक्षा मानकों की हुई थी अनदेखी
फैक्ट्री में घटना के दौरान 15 फीट गहरे में उतरे मजदूर के पास सुरक्षा संबंधी पूर्ण उपकरण मौजूद नहीं थे। वह केवल जूते पहनकर ही सीढ़ी के सहारे टैंक में उतर गए। इसी दौरान उन्हें बचाने उतरे चार अन्य कर्मचारी भी गैस की चपेट में आने से एक-एक कर बेहोश हो गए। जबकि फैक्ट्री प्रबंधन का कहना है कि कंपनी के सुरक्षा विभाग के पास सुरक्षा संबंधी पूरे उपकरण मौजूद हैं लेकिन इनका उपयोग क्यों नहीं किया गया, इसकी जांच होगी।

परिजन फैक्ट्री गेट पर बैठे, हंगामे की आशंका पर बुलाई फोर्स

घटना के बाद मृतक नीरज व विजय के परिजन फैक्ट्री गेट पर पहुंच गए। उनके साथ तमाम लोग मौजूद थे। महिलाएं गेट के आगे बैठ गईं और जोर-जोर से रोने-चीखने लगीं। घटनास्थल पर भीड़ भी बढ़ गई। एकाएक हंगामा होने की आशंका पर एहतियातन पुलिस लाइन से फोर्स मंगाकर तैनात की गई। वहीं दूसरी तरफ भोजीपुरा स्थित मेडिकल कॉलेज में भी मृतक के परिजन एकत्र हो रहे थे। इसके बाद वहां भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सीबीगंज व भोजीपुरा पुलिस को भेजा गया था।

बदहवाश हो गई मृतक मजदूर की पत्नी
जौहरपुर यूनिट के फैक्ट्री गेट पर घटना के बाद मृतक नीरज की पत्नी प्रियंका पहुंच गई थी। वह कई बार विलाप के दौरान गश खाकर गिर पड़ी। वहां मौजूद अन्य लोगों ने उसे पानी पिलाया। कुछ ही देर बाद मृतक विजय की पत्नी संध्या भी मौके पर पहुंच गई। वह भी बदहवाश हो गई।

देर शाम प्रबंधन व परिजनों के बीच बनी सहमति
सुबह हुए पूरे घटनाक्रम के बाद देर शाम पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। जिसके बाद फैक्ट्री प्रबंधन व मृतकों के परिजनों के बीच मुआवजे की बात पर शांत हुए। जिसके बाद मृतक के परिजनों ने किसी भी कार्रवाई से इंकार कर दिया।

फैक्ट्री में हुई घटना की जांच के लिए दो टीमें गठित कर दी गई हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिवारों व फैक्ट्री प्रबंधन के बीच आपसी सहमति हो गई है।   –प्रेम बाबू शर्मा, डीजीएम, एचआर, बीएल एग्रो

8-8 लाख का चेक और 50-50 हजार रुपये नकद दिए गए
-बीएल एग्रो इंडस्ट्रीज की जौहरपुर यूनिट के एचआर प्रबंधक के अनुसार दुखद घटना हुई है। इसके संबंध में कंपनी ने इंश्योरेंस के अंतर्गत मिलने वाली धनराशि रुपये 10,00000 प्रति मृतक के विधिक आश्रितों को उपलब्ध कराई जाएगी। ईडीएलआई के तहत मिलने वाली धनराशि और पीएफ एवं एएसआई की पेंशन के लिए निर्धारण में प्रबंधन सहयोग करेगा। कंपनी प्रबंधन ने सहायता राशि के रूप में रुपये 8,00000 का चेक और ₹50,000 नकद धनराशि प्रत्येक मृतक के आश्रितों को मौके पर उपलब्ध कराई। इस दुर्घटना के संबंध में कंपनी ने व्यापक जांच के लिए दो समितियां गठित की हैं। एक टेक्निकल समिति और दूसरी एचआर समिति। इस घटना के कारणों गहन जांच करेंगी।