सीतापुर: गोंदलामऊ में छुट्टा मवेशी किसानों के लिए बने आफत

सीतापुर। कस्बा समेत गोंदलामऊ विकास खण्ड क्षेत्र के लगभग सभी गांवों में घूम रहे छुट्टा जानवरों का खौफ इस कदर पसर गया है कि किसान खेती करने से घबरा रहे है। किसी तरह पैसों का इतजाम कर कड़ी मशक्कत के बीच किसानों द्वारा बोई गई गन्ना जैसी फसल को छुट्टा मवेशी चट कर जाते है। …
सीतापुर। कस्बा समेत गोंदलामऊ विकास खण्ड क्षेत्र के लगभग सभी गांवों में घूम रहे छुट्टा जानवरों का खौफ इस कदर पसर गया है कि किसान खेती करने से घबरा रहे है। किसी तरह पैसों का इतजाम कर कड़ी मशक्कत के बीच किसानों द्वारा बोई गई गन्ना जैसी फसल को छुट्टा मवेशी चट कर जाते है। जिससें हताश किसानों को मन मसोस कर ही रह जाना पड़ता है।
गोंदलामऊ के परेशान किसानों ने छुट्टा पशुओं का बदोबस्त अविंलब कराने की मांग की है। लगातार हो रही गौवंशीय व पशुओं की उपेक्षा के चलते इस समय इनका कोई भी तलाशी नहीं है। मवेशी किसानों के खेतों में बोई फसलों की ओर रुख करते है। पलक झपकते ही उसे चट कर जाते है। फसलों को बचाने के लिए किसानों द्वारा लगाई गई तारों की बाड़ भी अब नकाफी होती जा रही हैं।
यद्यपि ब्लेडयुक्त तारों की बाड़ लगने एवं उससे जख्मी होने से नीलगायों की प्रकोप काफी कम हुआ है। लेकिन किसानों द्वारा छोडे गए गोवंश जनमानस के लिए परेशानी का सबब साबित हो रहे हैं। गोदलामऊ, पट्टी नेवादा, तेरवा, धरौली, भरौना, संदना आदि गांवों के किसानों ने छुटटा जानवरों के अविलंब गौशाला भेजवाने की कार्रवाई की मांग की है।
सौ गांवों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग जर्जर, लोग परेशान
कस्बा औरंगाबाद की मुख्य सड़क पिछले एक वर्ष से जर्जर हालत में है। इससे जहां आवागमन के दौरान लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सबसे ज्यादा समस्या नैमिषारण्य में आने जाने वाले श्रद्धालु को झेलनी पड़ रही है। यही नहीं आये दिन सैकड़ो राहगीर जर्जर सड़क का शिकार होकर चोटिल हो रहे है…पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें:-सीतापुर: सौ गांवों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग जर्जर, लोग परेशान