विश्व का सबसे प्रथम विश्वविद्यालय है तक्षशिला, जानें इतिहास
सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय: भारत ही नहीं, विश्व का सबसे प्रथम विश्वविद्यालय तक्षशिला का विश्वविद्यालय था। तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्थापना लगभग 2,700 साल पहले की गई थी। इस विश्विद्यालय में देश-विदेश के लगभग 10,500 विद्यार्थी पढ़ाई करते थे। तक्षशिला राजनीति और शस्त्र विद्या की शिक्षा का विश्वस्तरीय केंद्र था। वहां के एक शस्त्र विद्यालय में विभिन्न …
सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय: भारत ही नहीं, विश्व का सबसे प्रथम विश्वविद्यालय तक्षशिला का विश्वविद्यालय था। तक्षशिला विश्वविद्यालय की स्थापना लगभग 2,700 साल पहले की गई थी। इस विश्विद्यालय में देश-विदेश के लगभग 10,500 विद्यार्थी पढ़ाई करते थे।
तक्षशिला राजनीति और शस्त्र विद्या की शिक्षा का विश्वस्तरीय केंद्र था। वहां के एक शस्त्र विद्यालय में विभिन्न राज्यों के 103 राजकुमार पढ़ते थे। आयुर्वेद और विधिशास्त्र के इसमें विशेष विद्यालय थे। कोसलराज प्रसेनजित, मल्ल सरदार बंधुल, लिच्छवि महालि, शल्यक जीवक और लुटेरे अंगुलिमाल के अलावा चाणक्य और पाणिनि जैसे लोग इसी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी थे।
इस विश्वविद्यालय के बाद बिहार के नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय का नाम आता है। नालंदा विश्वविद्यालय चौथी शताब्दी में स्थापित किया गया था, जो शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन भारत की महानतम उपलब्धियों में से एक है। इस महान बौद्ध विश्वविद्यालय के भग्नावशेष इसके प्राचीन वैभव का बहुत कुछ अंदाज करा देते हैं।
विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना पाल वंश के राजा धर्मपाल ने की थी। 8वीं से 12वी शताब्दी के अंत तक यह विश्वविद्यालय भारत के प्रमुख शिक्षा केंद्रों में से एक था। भारत के वर्तमान नक्शे के अनुसार यह विश्वविद्यालय बिहार के भागलपुर शहर के आसपास रहा होगा।
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