हल्द्वानी: टैक्स चोर कारोबारियों में हड़कंप, घनघनाते रहे फोन, 'अमृत विचार' में खबर प्रकाशित होने के बाद टैक्स चोरी में लिप्त ट्रांसपोर्टर आये सकते में

हल्द्वानी: टैक्स चोर कारोबारियों में हड़कंप, घनघनाते रहे फोन,  'अमृत विचार' में खबर प्रकाशित होने के बाद टैक्स चोरी में लिप्त ट्रांसपोर्टर आये सकते में

हल्द्वानी, अमृत विचार। कुमाऊं की आर्थिक मंडी कहे जाने वाले हल्द्वानी ट्रांसपोर्ट नगर में टैक्स चोरी का सिंडिकेट चलने की खबर प्रकाशित होने से इस सिंडिकेट में लिप्त कारोबारियों में हड़कंप मचा है। वहीं, जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ जिला प्रशासन के अधिकारी भी इस खबर से हरकत में आ गये हैं। चर्चा है कि जल्द ही टैक्स चोरी के सिंडिकेट में लिप्त कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

दैनिक 'अमृत विचार' ने 24 नवंबर के अंक में 'टैक्स चोरी का बड़ा सिंडिकेट बना ट्रांसपोर्ट नगर' शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिससे टैक्स चोरी के कारोबार में लिप्त कारोबारियों में हड़कंप मच गया। सूत्रों के अनुसार, रविवार को टैक्स चोर कारोबारी मामले को दबाने के लिए दिनभर इधर से उधर फोन घनघनाते रहे।

चर्चा है कि कुछ कारोबारियों ने जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों, जिनसे गहरी सांठगांठ है, उनसे भी संपर्क करने का प्रयास किया। लेकिन अधिकारियों ने मामले को खुद निपटाने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। इधर, सूत्रों के अनुसार, प्रकाशित खबर से राज्य कर विभाग के अधिकारियों में भी हड़कंप मचा है। अधिकारियों की ओर से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की योजना बनाने की बात सामने आई है। देखना है कि विभाग कब तक टैक्स चोर कारोबारियों पर शिकंजा कसता है।
 
टैक्स चोरी के माल की आवक में कमी, कारोबारी अलर्ट
रविवार को ट्रांसपोर्ट नगर में टैक्स चोरी के माल की बाहरी आवक में कमी देखी गई। सूत्रों के अनुसार, जैसे ही टैक्स चोरी के सिंडिकेट से जुड़े कारोबारियों को इस खबर का अंदाजा हुआ, उन्होंने बिना बिल और टैक्स के आने वाले माल की आपूर्ति में कमी कर दी। हालांकि, कुछ ट्रांसपोर्ट में टैक्स चोरी का माल पहुंचा, जिसे तुरंत गंतव्य पर भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार, टैक्स चोरी का सबसे अधिक माल दिल्ली और बरेली से आता है। इस माल में किराना, कपड़ा, जूता, कॉस्मेटिक उत्पाद और गुटका (तंबाकू) जैसे सामान शामिल हैं। इन शहरों से टैक्स चोरी का माल अवैध रूप से ट्रांसपोर्ट नगर तक पहुंचता है, इसके बाद विभिन्न स्थानों पर वितरित किया जाता है।

कारोबारी शातिर तरीके से करते हैं माल की अदला-बदली
ट्रांसपोर्ट नगर में लंबे समय से चल रहे टैक्स चोरी के सिंडिकेट में शामिल कारोबारी बेहद शातिर तरीके से टैक्स चोरी कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, इन कारोबारियों ने एक जटिल नेटवर्क तैयार किया है, जिसमें दिल्ली, बरेली समेत अन्य शहरों से ट्रकों के माध्यम से माल लाया जाता है। ये कारोबारी जीएसटी चुकाकर माल हल्द्वानी लाते हैं, लेकिन इसी ट्रक में टैक्स चोरी का माल भी लादकर आसानी से इधर से उधर कर देते हैं।

ट्रकों की अदला-बदली के इस तरीके से माल की पहचान छिपाई जाती है और टैक्स चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। यह सिंडिकेट न केवल सरकारी खजाने को चूना लगा रहा है, बल्कि बाजार में अवैध प्रतिस्पर्धा भी उत्पन्न कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, किराने के सामान के नीचे गुटका (तंबाकू) जैसे प्रतिबंधित माल को छुपाकर लाया जाता है।

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