पीलीभीत: …ताकि फीकी न रह जाएं दिवाली की खुशियां, पुलिस ने जरूरतमंंदों की मदद की

पीलीभीत, अमृत विचार। दिवाली पर घर घर रोशन हो और आर्थिक तंगी का असर त्योहार की खुशियों में ग्रहण न लगाएं। इसके लिए खाकी ने खूब मदद की। अफसर से लेकर कर्मचारी गरीबो को घर घर जाकर मदद करते दिखाई दिए। पब्लिक ने भी इस कदम को खूब सराहा। वैसे तो पुलिस की अपनी एक …
पीलीभीत, अमृत विचार। दिवाली पर घर घर रोशन हो और आर्थिक तंगी का असर त्योहार की खुशियों में ग्रहण न लगाएं। इसके लिए खाकी ने खूब मदद की। अफसर से लेकर कर्मचारी गरीबो को घर घर जाकर मदद करते दिखाई दिए। पब्लिक ने भी इस कदम को खूब सराहा।
वैसे तो पुलिस की अपनी एक अलग उपयोगिता है। भले तमाम आरोप खाकी खेलती हो, मगर यह भी सच है कि मुश्किल वक़्त में समाधान की तलाश को हर कोई खाकी की चौखट पर ही पहुचता है। कुछ पुलिसकर्मियों की करतुते दामन पर दाग लगाने का काम करती है।अगर इस बार भी दिवाली के मौके पर पुलिस का एक अनूठा चेहरा भी सामने आया।
आर्थिक तंगी की वजह से कई घरों में दिवाली की खुशियां कहीं न कहीं फीकी पड़ रही थी। मगर शासन का फरमान ही सही, लेकिन पुलिस ने मायूस चेहरों पर मुस्कान देने का काम किया। फल, मिठाई और आतिशबाजी गरीब परिवार के बच्चो को दी गयी। अनस मदद का भी भरोसा दिलाया। कुछ पुलिस कर्मियों ने तो निजी तौर पर आर्थिक मदद भी दी।
एसपी दिनेश कुमार, सीओ सिटी सुनील दत्त, सीओ सदर लललन सिंह, सीओ पूरनपुर बीरेंद्र विक्रम, कोतवाल अशोक पाल, पूरनपुर कोतवाल रामसेवक, सुनगढ़ी इंस्पेक्टर श्रीकांत द्विवेदी आदि ने सड़क किनारे जैसे तैसे गुजर बसर करने वालों को मदद देकर दिवाली की खुशियां देने का काम किया। उधर, डीएम पुलकित खरे की अगुवाई में प्रशासनिक अफसर भी जरूरत मंद लोगों को मदद में पीछे नहीं हटे। इस कदम को हर किसी ने सराहा।