बरेली: मेले में कृषकों ने जाना वैज्ञानिक पद्धति से कुक्कुट पालन

बरेली, अमृत विचार। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) में मंगलवार को 43वें स्थापना दिवस पर विराट कुक्कुट मेला, किसान गोष्ठी एवं कुक्कुट पालक-शैक्षकीय-उद्योग सम्मेलन का आयोजन किया गया। मेले के मुख्य अतिथि रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफसर डा. केपी सिंह ने कार्यक्रम की शुरुआत की। सीएआरआई के निदेशक डा. अशोक कुमार तिवारी के साथ अन्य …
बरेली, अमृत विचार। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) में मंगलवार को 43वें स्थापना दिवस पर विराट कुक्कुट मेला, किसान गोष्ठी एवं कुक्कुट पालक-शैक्षकीय-उद्योग सम्मेलन का आयोजन किया गया। मेले के मुख्य अतिथि रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफसर डा. केपी सिंह ने कार्यक्रम की शुरुआत की।
सीएआरआई के निदेशक डा. अशोक कुमार तिवारी के साथ अन्य वैज्ञानिकों ने स्टॉक प्रदर्शनी समेत अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के स्टाल का भ्रमण किया। मेले के दौरान कुलपति प्रोफेसर डा. केपी सिंह ने बताया कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए यह आवश्यक है कि कृषि के साथ-साथ पशु पालन को भी बढ़ावा दिया जाए।
सीएआरआई के दो प्रकाशनों डा. संजीव कुमार की ओर से संपादित ‘टर्की उत्पादन द्वारा रोजगार सृजन एवं आय अर्जन पर कृषि शिक्षा कार्यक्रम’ नामक पुस्तिका व डा. एसके भांजा, डा. चन्द्रहास व पारस नाथ यादव की ओर से संपादित वार्षिक गृह पत्रिका ‘ग्रामीण कुक्कुट पालन’ के साथ दो मोबाइल एप ‘बैकयार्ड कुक्कुट पालन’ तथा ‘जे क्वेल’ का विमोचन किया। संस्थान के ब्रांड के रूप में ‘संस्थान का सिग्नेचर’ जारी किया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में मीरगंज विधायक व उप्र पशु चिकित्सा परिषद अध्यक्ष डा. डीसी वर्मा ने बताया कि पशुधन के विकास से ही किसानों की आय दोगुनी हो सकती है। यदि किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन अपनाते हैं तो उनकी आय निश्चित रूप से दोगुनी हो सकती है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के सहायक महानिदेशक (पशु उत्पादन एवं प्रजनन) डा. विशेष कुमार सक्सेना, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान के पूर्व निदेशक एवं कुलपति डा. आरके सिंह ने बताया कि मुर्गी पालन में यदि आहार की कीमत को घटाना है तो जी.एम. क्रॉप को अपनाना होगा। कुक्कुट की प्रजातियों, कुक्कुट उत्पादों का व्यापक प्रचार-प्रसार करना चाहिए।
किसान गोष्ठी का भी आयोजन
स्थापना दिवस पर किसान गोष्ठी में संस्थान के वैज्ञानिकों ने कुक्कुट पालन के विभिन्न विषयों पर जानकारी साझा की। बरेली समेत आस-पास के गांवों से आए कुक्कुट पालकों व किसानों की ओर से पूछे गए प्रश्नों का जवाब वैज्ञानिकों ने दिया। कुक्कुट पालन व व्यवसाय से जुड़ी समस्याओं एवं चुनौतियों पर विचार-विमर्श कर उनका समाधान करने के लिए एक कुक्कुट पालक-शैक्षिकीय-उद्योग सम्मेलन का भी आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान के वैज्ञानिकों के साथ-साथ देश के विभिन्न भागों से पधारे कुक्कुट पालन से जुड़े व्यवसायियों ने भाग लिया।
इस सम्मेलन में पोल्ट्री उद्योग से डा. नीरज श्रीवास्तव, डा. महाजन, डा. विजय पाल सिंह ने ऑनलाईन अपने विचार व्यक्त किए। मेले में लगभग 300 लोगों ने भाग लिया। किसान गोष्ठी का आयोजन प्रधान वैज्ञानिक डा. एमपी सागर, प्रधान वैज्ञानिक डा. संदीप सरन ने कुक्कुट पालक-शैक्षिकीय-उद्योग सम्मेलन का आयोजन किया। इस दौरान प्रधान वैज्ञानिक डा. संजीव कुमार, प्रधान वैज्ञानिक डा. जगबीर सिंह, प्रधान वैज्ञानिक डा. सिम्मी तोमर समेत अन्य वैज्ञानिक व कर्मचारी मौजूद रहे।