बरेली: गाड़ी की टक्कर से वरिष्ठ अधिवक्ता की मौत, हत्या का आरोप

बरेली, अमृत विचार। पत्नी व बेटे के साथ बाइक से गांव जा रहे वरिष्ठ अधिवक्ता संजय सिंह को कार ने टक्कर मार दी। हादसे में उनकी मौत हो गयी। अधिवक्ता की पत्नी ने परिवार के लोगों पर गांव के दो लोगों के साथ मिलकर कार से कुचलकर हत्या कराने का आरोप लगाया है। कहा कि …
बरेली, अमृत विचार। पत्नी व बेटे के साथ बाइक से गांव जा रहे वरिष्ठ अधिवक्ता संजय सिंह को कार ने टक्कर मार दी। हादसे में उनकी मौत हो गयी। अधिवक्ता की पत्नी ने परिवार के लोगों पर गांव के दो लोगों के साथ मिलकर कार से कुचलकर हत्या कराने का आरोप लगाया है। कहा कि पहले टक्कर मारी फिर मेरे सामने दोबारा गाड़ी से कुचला। जमीन व राशन कोटे को लेकर रंजिश में हत्या कराने की बात कही है। अधिवक्ता के बड़े बेटे को दो दिन पहले ही कोर्ट के आदेश पर आंवला पुलिस ने जेल भेजा था।
बिशारतगंज थाना क्षेत्र के अतरछेड़ी के निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता संजय सिंह कचहरी में वकालत करते थे। उनका परिवार गांव में ही रहता है। पत्नी रजनी सिंह ने बताया कि मंगलवार को वह छोटे बेटे बिट्टू के साथ कुछ खरीदारी करने के लिए गांव से बिशारतगंज कस्बे पहुंची थीं। जहां से गांव जाने के लिए एडवोकेट संजय सिंह कचहरी से बिशारतगंज पहुंचे और उन्हें साथ लेकर गांव के लिए बाइक से निकले। बताया कि रास्ते में बेटे ने लघुशंका के लिए बाइक रुकवायी।
अधिवक्ता बाइक रोककर फोन पर बात करने लगे। उनकी पत्नी भी बाइक से उतरकर खड़ी थीं। इसी दौरान एक कार ने संजय सिंह को टक्कर मार दी। एक बार टक्कर मारने के बाद फिर कार चालक ने जान से मारने के इरादे से दोबारा संजय सिंह को कुचलने के लिए बाइक में टक्कर मारी। जिसके बाद कार चालक फरार हो गए। हादसे के बाद पत्नी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस गंभीर अवस्था में अधिवक्ता को लेकर जिला अस्पताल पहुंची, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

रुपये देकर हत्या कराने का आरोप
जिला अस्पताल में अधिवक्ता संजय सिंह को मृत घोषित करने के बाद उनकी पत्नी रजनी सिंह ने परिवार के ही लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि परिवार के लोग काफी समय से उनके पति से रंजिश मान रहे थे। जिसकी वजह से गांव के ही रहने वाले दो लोगों के साथ मिलकर पति संजय सिंह की हत्या कर दी। वहीं अधिवक्ता की पत्नी के मुताबिक करीब एक-दो दिन पहले भी रास्ते में उन्होंने अपने परिवार के एक व्यक्ति को रास्ते में खड़ा देखा था। आरोप है कि पति को मारने के लिए किसी व्यक्ति को एक लाख रुपये भी दिए थे। जिसने संजय सिंह को रास्ते में घेर भी लिया था लेकिन किसी तरह वह बच गए थे।
दो दिन पहले अधिवक्ता का बेटा भी गया है जेल
अधिवक्ता की पत्नी ने बताया कि दो दिन पहले आंवला पुलिस द्वारा कोर्ट के आदेश पर उनके बड़े बेटे किट्टू को भी चोरी के आरोप में जेल भेजा था। इसे भी उन्होंने एक साजिश का नाम दिया है। आरोप है कि अधिवक्ता के भाइयों ने पहले उनके बेटे को झूठे आरोपों में फंसवाकर जेल भिजवाया और बाद में अधिवक्ता की हत्या कर दी।
अंतिम संस्कार के लिए बेटे को निकालने की ली जाएगी परमीशन
जिला अस्पताल में मौजूद संजय सिंह के साथी अधिवक्ताओं ने बताया कि उनके बेटे को दो दिन पहले चोरी के आरोप में जेल भेजा गया है। अधिवक्ता संजय सिंह के अंतिम संस्कार के लिए उनके बड़े बेटे को बाहर निकालने के लिए डीएम व जिला जज से अनुमति ली जाएगी। बुधवार को उनकी अंत्येष्टि की जाएगी। बताया जा रहा है कि बुधवार को ही पुलिस को तहरीर भी सौंपी जा सकती है।
अधिवक्ता संजय सिंह की मौत पर वकीलों में शोक की लहर
वरिष्ठ अधिवक्ता संजय सिंह की मौत होने की सूचना पर देर शाम अधिवक्ताओं मे शोक की लहर दौड़ गयी। तेजतर्रार वकीलों में शुमार संजय सिंह काफी समय से बार की राजनीति में भी सक्रिय थे। समाजसेवा के क्षेत्र में भी अपने योगदान के लिए जाने जाते थे। वह तकरीबन दो दशक से कचहरी पर प्रैक्ट्रिसरत थे। उनके पिता तिलक सिंह भी नामी अधिवक्ता रहे थे। मंगलवार की शाम कचहरी से वापस ग्राम अतरछेड़ी स्थित अपने घर जाते समय उनकी बाइक को टक्कर मारी गयी थी। तमाम अधिवक्तागण जिला अस्पताल पहुंचे थे। उनकी मौत पर वकीलों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।