लखनऊ: योगी नहीं करेंगे मंत्रिमंडल का विस्तार,जानें वजह…

लखनऊ। महीनों से चली आ रही योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें शायद सिरे न चढ़ सकें। क्योंकि मार्च 2022 में सरकार का कार्यकाल समाप्त हो रहा है और नीतिगत फैसलों के लिए तीन ही महीने शेष हैं। विस्तार में हो रही देरी से अब सहयोगी दल भी निराश होते नजर आ रहे हैं। योगी …
लखनऊ। महीनों से चली आ रही योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें शायद सिरे न चढ़ सकें। क्योंकि मार्च 2022 में सरकार का कार्यकाल समाप्त हो रहा है और नीतिगत फैसलों के लिए तीन ही महीने शेष हैं। विस्तार में हो रही देरी से अब सहयोगी दल भी निराश होते नजर आ रहे हैं।
योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कई महीनों से अटकलें चल रही हैं। इस विस्तार में जातीय समीकरणों को साधने के लिए जो नाम मीडिया की सुर्खियां बने, उनकी संख्या करीब 14 है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी पूर्व नौकरशाह व एमएलसी ए.के शर्मा का जिक्र भी रह-रह कर उछलता रहा है। सरकार और संगठन की सक्रियता से कई बार यह एहसास हुआ कि जल्द ही कैबिनेट विस्तार होने वाला है, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया।
पार्टी और सहयोगी दलों से जुड़े सूत्रों की मानें तो कई नामों पर अंदरखाने काफी अंतर्विरोध भी है। इसलिए मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना घटती जा रही है। यही वजह है कि अब सारी जोड़तोड़ विभिन्न बोर्ड या निगमों के रिक्त पदों को भरने और विधान परिषद की रिक्त सीटों को लेकर है।
सहयोगी पार्टी अपना दल एस.के अध्यक्ष आशीष पटेल कहते हैं कि मंत्री पद पाना उनकी पार्टी का अधिकार है, इसके लिए उनकी पार्टी ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां का नाम भी सुझाया है, लेकिन कैबिनेट विस्तार करना न करना मुख्यमंत्री का अधिकार है।