अयोध्या: कच्ची शराब के खिलाफ ग्रामीणों का तहसील दिवस पर प्रदर्शन

अयोध्या। जिले के मड़ना गांव में 50 साल से धधक रही कच्ची शराब की भट्ठियों को बंद कराने की मांग को लेकर ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्रॉलियों व बाइक पर सवार होकर सदर तहसील पहुंचे। तहसील दिवस में इतने सारे लोगों को देखकर वहां मौजूद एसडीएम, विधायक व तहसीलदार समेत सभी अधिकारी भौचक्के रह गए। आक्रोशित ग्रामीण कच्ची …
अयोध्या। जिले के मड़ना गांव में 50 साल से धधक रही कच्ची शराब की भट्ठियों को बंद कराने की मांग को लेकर ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्रॉलियों व बाइक पर सवार होकर सदर तहसील पहुंचे। तहसील दिवस में इतने सारे लोगों को देखकर वहां मौजूद एसडीएम, विधायक व तहसीलदार समेत सभी अधिकारी भौचक्के रह गए। आक्रोशित ग्रामीण कच्ची शराब की बिक्री व माफियाओं पर लगाम लगाने की मांग पर अड़ गए।
साथ ही भारी संख्या में पहुंचे लोगों को देखकर अफसरों और विधायक ने महराजगंज थाना प्रभारी को फटकार लगाते हुए तत्काल प्रभाव से कच्ची शराब को बंद कराने के निर्देश दिए। सोमवार दोपहर 12:30 बजे के करीब दो ट्रैक्टर ट्रॉलियों व 15 से 20 बाइक पर सवार तकरीबन 150 लोग सदर तहसील पहुंच गए। जिसमें महिलाएं, बच्चों और बुजुर्गों की संख्या अधिक थी। सभी थाना महाराजगंज के मड़ना गांव के निवासी थे। उन्होंने सबसे पहले अपनी आवाज बुलंद करने के लिए प्रदर्शन किया।
उसके बाद तहसील दिवस पर प्रांगण में मौजूद नगर विधायक वेद गुप्ता, एसडीएम प्रशांत कुमार व तहसीलदार राजकुमार पांडेय से मुलाकात कर गांव की दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही स्थिति से अवगत कराया। ग्रामीणों ने बताया की गांव में 50 साल से कच्ची शराब बन रही है। जिससे इलाके के लोगों की लत बिगड़ती जा रही है। वहीं, दारू पीने से तकरीबन 10 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही पीने वाले लोग रोज मारपीट कर रहे हैं। कई बार पुलिस को शिकायत की, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। वहीं पास ही खड़े महराजगंज थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार राय की तरफ इशारा करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस वाले पैसे लेकर गांव में दारू का कारोबार कराते हैं। अवैध शराब माफियाओं के आगे प्रशासन नतमस्तक हो चुका है। अधिकारियों ने जब थाना प्रभारी की तरफ देखा तो उनकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई थी।
गांव के पूर्व प्रधान व मौजूदा प्रधान के ससुर ओम प्रकाश ने कहा कि अगर हमारी मांगों पर कार्रवाई नहीं होगी तो हम मजबूरन हाईवे जाम करने को बाध्य हो जाएंगे। विधायक, एसडीएम ने थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार राय को फटकार लगाई और कहा कि जल्द से जल्द कच्ची शराब के ठेकों को बंद कराया जाए और शराब माफियाओं पर कार्रवाई की जाए। अगली बार फिर आपकी शिकायत मिली तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदार ने ग्रामीणों को समझाते हुए उन्हें वापस भेजा और कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। रविवार रात शराब माफियाओं ने ग्रामीणों पर पथराव किया। मड़ना गांव के निवासी अंगद राजभर ने बताया कि उसके पिता की 6 वर्ष पूर्व कच्ची शराब पीने के कारण ही मौत हो गई थी। उसने आरोप लगाया कि शराब माफिया पुलिस वालों के संरक्षण में पल रहे हैं। प्रशासन एक घर बसाने के चक्कर में हजारों घरों को उजाड़ने का काम कर रहा है। अंगद ने बताया कि रविवार रात को शराब माफियाओं से ग्रामीणों की झड़प हो गई थी। काफी देर तक पथराव हुआ, जिसमें गांव के ही एक बच्चे का सिर फट गया। उसके बाद थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार राय ग्रामीणों को ही शांत करा रहे थे। अब तक कच्ची शराब पीने से 10 से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही गांव में बाहर से आने वाले कई लोग दुर्घटना का भी शिकार हो चुके हैं।