पीलीभीत का एक स्कूल ऐसा भी जहां ट्रेन की बोगी मे पढ़ते हैं बच्चे

पीलीभीत का एक स्कूल ऐसा भी जहां ट्रेन की बोगी मे पढ़ते हैं बच्चे

पीलीभीत, अमृत विचार। पीलीभीत में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की बदहाल तस्वीर को दरकिनार कर शिक्षक ने छात्रों को ट्रेन की बोगी में शिक्षा देना शुरू कर दी। शिक्षक की इस मेहनत पर राज्यमंत्री ने बधाई देते हुए ईनाम की घोषणा की है। अमूमन बेसिक में गंदी दीवारों वाले स्कूल की तस्वीरे सामने दिखाई …

पीलीभीत, अमृत विचार। पीलीभीत में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की बदहाल तस्वीर को दरकिनार कर शिक्षक ने छात्रों को ट्रेन की बोगी में शिक्षा देना शुरू कर दी। शिक्षक की इस मेहनत पर राज्यमंत्री ने बधाई देते हुए ईनाम की घोषणा की है। अमूमन बेसिक में गंदी दीवारों वाले स्कूल की तस्वीरे सामने दिखाई देती हैं।

भाजपा के सत्ता में आने के बाद बेसिक शिक्षा व्यवस्था सुधारने और स्कूलों की तस्वीर बदलने के लिए कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई थी। योजना के तहत एक तरफ जहां स्कूलों मे टाइल लगाने का काम किया गया था। इसी को लेकर शिक्षक ने सभी कक्षाओं को ट्रेन में ही बदल डाला।

वीओ- कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव खासपुर कंपोजिट स्कूल प्रधानाचार्य श्रीकृष्ण ने अपने स्टाफ व खुद के निजी संसाधनों का उपयोग करते हुए स्कूल के जर्जर भवन को एक नई दिशा और रंग रूप देने का काम किया। शिक्षक ने जर्जर भवन को एक ट्रेन का रूप दे दिया। ब्राडगेज ट्रेन के रूप में कक्षाओं को सजा दिया।

स्कूल की पुताई कराई और वह प्लेटफार्म पर ट्रेन खड़ी होने का ऐहसास करने लगा। गत दिवस जिला स्तर पर आयोजित हुए स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के दौरान स्कूल को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से डीएम पुलकित खरे द्वारा नवाजा गया है। इसके साथ ही सरकार की सौ दिन की उपलब्धियां गिनाने जिले में आए राज्यमंत्री असीम अरुण ट्रेन के रूप में बनाए जाने की कला को देखकर हैरान रह गए। जिसके बाद गदगद हुए असीम अरुण ने स्कूल के प्रधानाचार्य श्रीकृष्ण को प्रशंसा भरा पत्र लिखा है। अब स्कूल के प्रधानाचार्य को ईनाम दिया जाएगा।

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