पीलीभीत पुलिस से नहीं मिला न्याय, अब आयोग पहुंचा मामला

पीलीभीत पुलिस से नहीं मिला न्याय, अब आयोग पहुंचा मामला

पीलीभीत, अमृत विचार। पट्टेदारों की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश और विरोध करने पर मारपीट करते हुए झोपड़ियों को आग लगाने का मामला अब अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष तक पहुंच गया है। पुलिस-प्रशासन से न्याय न मिलने पर पट्टेदारों ने लखनऊ की दौड़ लगाई और आयोग के समक्ष अपना दुखड़ा सुनाया। …

पीलीभीत, अमृत विचार। पट्टेदारों की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश और विरोध करने पर मारपीट करते हुए झोपड़ियों को आग लगाने का मामला अब अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष तक पहुंच गया है। पुलिस-प्रशासन से न्याय न मिलने पर पट्टेदारों ने लखनऊ की दौड़ लगाई और आयोग के समक्ष अपना दुखड़ा सुनाया। बोले कि- एफआईआर के बाद भी पुलिस ने हमलावरों पर कोई सख्त एक्शन नहीं लिया। आए दिन खेत पर आकर दबंग धमकियां दे रहे हैं। इस मामले में विशेष जांच एजेंसी से जांच कराने की गुहार लगाई। इधर, फजीहत के बाद हरकत में आई माधोटांडा पुलिस ने 20 में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान करते हुए पीठ थपथपाई।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष को दिए शिकायती पत्र में पट्टेदारों ने बताया कि उन्हें माधोटांडा थाना क्षेत्र पचपेड़ा ताल्लुके महाराजपुर गांव में उन्हें एक-एक एकड़ जमीन पट्टे पर दी गई थी। 15 में से 11 पट्टेदार अनुसूचित जाति के हैं। इस जमीन पर कुछ दबंग 10 साल तक कब्जा किए रहे। जिसे बमुश्किल कब्जामुक्त कराया गया था। उसके बाद जमीन पर सोयाबीन की फसल बोई थी। जिसे दबंगों ने 13 जुलाई को ट्रैक्टर लगाकर जुताई कर दी और विरोध करने पर मारपीट की।

जमीन पर स्थित पट्टेदारों की झोपड़ियां भी आग के हवाले कर दी गई थी। इस मामले की 20 आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज है। 15 दिन बीतने को आए हैं, लेकिन कोई सख्ती दबंगों पर नहीं हो सकी है। आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन औपचारिकता निभाते हुए आरोपियों को अभयदान दिए हैं। उधर, वह दबंगई पर उतारू हैं। आए दिन खेत पर आकर धमका रहे हैं। फसल जोतने के लिए कहा जाता है।

जिससे पूरा परिवार डरा सहमा है, लेकिन स्थानीय अफसर कोई सुध नहीं ले रहे। सभी पट्टेदारों के परिवार की जान पर खतरा बना हुआ है। ऐसे में मामले को गंभीरता से लेते हुए दबंगों पर कार्रवाई कराने की गुहार लगाई। शिकायत करने वालों में सुनीता, अशोक कुमार, सीमा, चंदन प्रसाद, मीरा देवी, सावित्री देवी आदि पट्टेदार थे। आरोप यह भी है कि पुलिस राजनीतिक दबाव में है। फिलहाल मंगलवार को कई दिन से टालमटोल के बाद हो रही फजीहत से साख बचाने को पुलिस ने दो आरोपी लख्खा सिंह और जगतार सिंह को गिरफ्तार किया। उन्हें चालान कर न्यायालय में पेश किया गया। अभी 18 की गिरफ्तारी बाकी है।

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