रायबरेली: कोतवाल आशुतोष त्रिपाठी को दी गई यातायात संभालने की जिम्मेदारी, विवादों से रहा है पुराना नाता

रायबरेली: कोतवाल आशुतोष त्रिपाठी को दी गई यातायात संभालने की जिम्मेदारी, विवादों से रहा है पुराना नाता

रायबरेली। अपनी हर तैनाती स्थल पर विवादित रहे जगतपुर कोतवाल आशुतोष त्रिपाठी को अब यातायात निरीक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। विधान सभा चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार द्वारा शिकायत करने के बाद वह लंबे समय से अवकाश पर चल रहे थे। इससे पूर्व आशुतोष त्रिपाठी शहर से जुड़े मिल एरिया के कोतवाल थे। वहां …

रायबरेली। अपनी हर तैनाती स्थल पर विवादित रहे जगतपुर कोतवाल आशुतोष त्रिपाठी को अब यातायात निरीक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। विधान सभा चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार द्वारा शिकायत करने के बाद वह लंबे समय से अवकाश पर चल रहे थे। इससे पूर्व आशुतोष त्रिपाठी शहर से जुड़े मिल एरिया के कोतवाल थे।

वहां पर भी विवादित कार्यशैली के कारण विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनको जगतपुर कोतवाली में भेजा गया था। यहां पर भी चुनाव के दौरान सपा के सजातीय उम्मीदवार के पक्ष में काम करने का आरोप भाजपा उम्मीदवार और प्रदेश भाजपा के महामंत्री अमर पाल मौर्य ने लगा दिया था। इससे पहले कि इस शिकायत पर निर्वाचन आयोग कोई निर्णय लेता खुद आशुतोष चुनावी ड्यूटी से अलग हो गए और लंबे अवकाश पर चले गए थे।

अब एसपी श्लोक कुमार ने उनको यातायात निरीक्षक की जिम्मेदारी दी है। उधर यातायात निरीक्षक रहे अरुणेश गुप्ता को एसपी ने अपना पीआरओ बनाया है। इसके साथ ही दो दरोगाओं बछरावा के बाबू साहू और मिल एरिया के मिठाई लाल यादव को शिकायतों के चलते लाइन हाजिर कर दिया गया है। जबकि पुलिस लाइन से नारायण कुशवाहा को वरिष्ठ उपनिरीक्षक मिल एरिया और उपनिरीक्षक सुनील कुमार राय को डायल 112 में भेजा गया है।

नारायण कुशवाहा पूर्व में महराजगंज कोतवाली के थानाध्यक्ष थे। वहां पर जहरीली शराब पीने से एक दर्जन लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में उन्हें निलंबित करते हुए पुलिस लाइन से संबद्ध किया गया था। अब उनको बहाल करके तैनाती दी गई है। उपनिरीक्षक छत्रपाल सिंह को डायल 112 से बछरावां भेजा गया है।

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