रायबरेली: लाखों की दवा जलाने पर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन

रायबरेली: लाखों की दवा जलाने पर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन

रायबरेली। लालगंज सीएचसी के पीछे लाखों की दवा जलाने के मामले में सीएमओ स्तर पर अभी जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है तो साथ ही स्वास्थ्य महकमा मामले को दबाने में लगा है। इसे लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। सोमवार को भाजपा व किसान नेता धरना पर बैठ गए तथा सीएमओ …

रायबरेली। लालगंज सीएचसी के पीछे लाखों की दवा जलाने के मामले में सीएमओ स्तर पर अभी जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है तो साथ ही स्वास्थ्य महकमा मामले को दबाने में लगा है। इसे लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। सोमवार को भाजपा व किसान नेता धरना पर बैठ गए तथा सीएमओ पर कार्रवाई की मांग की।

गरीबों को नहीं बांटी गई थी दवा

लालगंज सीएचसी परिसर में 28 सितंबर को लाखों की दवा जलाने का मामला सामने आया था। इस दौरान सीएमओ डॉ वीरेंद्र सिंह ने जांच कराने की बात कही थी लेकिन अभी तक दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। बल्कि दवा को एक्सपायरी बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश हो रही है। इसी कारण सोमवार को वरिष्ठ भाजपा किसान नेता रमेश सिंह ने सीएमओ के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सीएमओ के खिलाफ नारेबाजी भी की। रमेश सिंह ने बताया कि अक्टूबर 2020 से वह बराबर स्वास्थ्य विभाग की शासन स्तर पर शिकायत करते रहे हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी का नतीजा है कि जिले में दवा पर कमीशन का खेल हो रहा है और मरीजों को सरकारी दवा नहीं मिल रही है।

जांच से बचने के लिए जलाई गई थी दवा

असल में 30 सितंबर को लखनऊ की एक टीम को लालगंज सीएचसी में छापा मारना था। इस कारण जांच से बचने के लिए दवा जला दी गई थी। इसी तरह सरेनी में 30 सितंबर को कुएं में लाखों की दवा फेंक दी गई थी। जिसकी भी जांच नहीं हो सकी है।