प्रधानमंत्री इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का मजाक बनाने वाले विद्यालय प्रबंधन को जारी हुई नोटिस

प्रधानमंत्री इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का मजाक बनाने वाले विद्यालय प्रबंधन को जारी हुई नोटिस

लखनऊ। देश में विज्ञान और शोध को बढ़ावा मिले इसके लिए सभी राज्यों के लिए शुरू हुई प्रधानमंत्री इंस्पायर अवार्ड मानक योजना को धरातल पर लाने में विद्यालयों की ओर से लगातार लापरवाही हुई है। हालात ये है कि छात्रों को इस योजना के बारे में पहले तो कोई जानकारी नहीं दी जाती है, किसी …

लखनऊ। देश में विज्ञान और शोध को बढ़ावा मिले इसके लिए सभी राज्यों के लिए शुरू हुई प्रधानमंत्री इंस्पायर अवार्ड मानक योजना को धरातल पर लाने में विद्यालयों की ओर से लगातार लापरवाही हुई है। हालात ये है कि छात्रों को इस योजना के बारे में पहले तो कोई जानकारी नहीं दी जाती है, किसी तरह से जानकारी हो भी जाए तो विद्यालय प्रबंधन बच्चों के आवेदन में रूचि नहीं लेते हैं, कई बार सख्ती के बाद रूचि ले भी लिया तो बच्चों को मंजिल तक पहुंचाने में मदद नहीं करते।

सत्र 2020-21 के छात्रों ने जो मॉडल तैयार किए उनको अपलोड कराने में लापरवाही जारी है। ऐसे में पहली बार ऐसे लापरवाह विद्यालयों पर कार्रवाई के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक सुरेन्द्र तिवारी के निर्देश में जिला विद्यालय ​निरीक्षक डॉ अमरकांत सिंह ने नोटिस जारी किया है। यदि मॉडल का फोटो व वीडियो मानक कंपटीशन ऐप पर अपलोड कराने में लापरवाही हुई तो बच्चों को दी गयी राशि के दुरूपयोग के आरोप में विद्यालय प्रबंधनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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वहीं मंडल में जेडी के निर्देश पर मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ दिनेश कुमार ने बच्चों के आवेदन से लेकर मॉडल अपलोड कराने तक सदैव मदद के लिए उपस्थित रहे, बावजूद उसके जुलाई से लेकर अबतक विद्यालयों की लापरवाही जारी रही। बता दें कि गतवर्ष 2020-21 इन्सपायर अवार्ड मानक योजना में चयनित छात्रों के मॉडल तैयार हैं, लेकिन उनकी प्रदर्शनी नहीं हो पा रही है, इसकी वजह विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और प्रधानाचार्य है।

दरअसल कोरोना काल के चलते दो सालों से छात्रों की ओर से तैयार मॉडलों की प्रदर्शनी नहीं लग पायी है, इसके लिए भारत नव प्रवर्तन निदेशालय ने सभी राज्यों के लिए मानक कॉम्पिटिशन ऐप की व्यवस्था दी है, इसी ऐप पर विद्यालयों की ओर से तैयार मॉडल की चार फोटो व वीडियो अपलोड करना है, लेकिन अभी तक अपलोड नहीं किया जा सका है।

वैज्ञानिक मॉडल से बच्चे दिखा सकेंगे प्रति​भा
इंस्पायर अवार्ड योजना के तहत कक्षा छह से दस तक के छात्रों को विज्ञान में विभिन्न प्रकार के मॉडल तैयार कर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर दिया जाता है। जिला स्तर पर चयनित छात्रों को दस हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलती है। इससे छात्र मॉडल तैयार कर उसे जिला, प्रदेश और देश स्तर पर आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में शामिल कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सके।

निदेशक का आदेश के बाद भी जिलो में हुई लापरवाही
इस संबंध में इससे पहले निदेशक विनय कुमार पाण्डेय ने सभी मंडलों के संयुक्त शिक्षा निदेशको को पत्र जारी कर नामांकन बढाने का और सत्र 2020—21 के मॉडल का फोटो वीडियो ऐप पर अपलोड कराने का निर्देश दिया था, लेकिन उसका भी कोई विशेष असर नहीं देखने को मिला।

इन विद्यालयों को जारी हुआ नोटिस
— चौधरी प्यारे लाल स्कूल
— सेंट जोसफ मॉण्टेसरी स्कूल
— केन्द्रीय विद्यालय सीआरपीएफ बिजनौर
— ब्राइट लैंड स्कूल त्रिवेणी नगर
— दा लखनऊ पब्लिक कॉलेज
— क्वींस इंटर कॉलेज लालबाग
— लखनऊ पब्लिक स्कूल विराट खंड
— सिटी मॉण्टेसरी स्कूल विशाल खंड
— डीपीएस एकेडमी
— विशन नारायण इंटर कॉलेज

मंडल में 202021 सत्र में ये थी प्रगति
— लखनऊ से 722 आवेदन, 114 का चयन,
— सीतापुर 407 आवेदन, 45 का चयन
— हरदोई 2565 आवेदन, 39 का चयन
— लखीमपुर खीरी 330 आवेदन, 24 का चयन
— उन्नाव 853 आवेदन, 20 का चयन
— रायबरेली 314 आवेदन, 12 का चयन

लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ अमरकांत सिंह ने बताया कि जिन विद्यालयों में अभी तक मॉडल अपलोड नहीं किए हैं, उनको कारण बताओ नोटिस जारी की गयी है, यदि व कल तक मॉडल अपलोड नहीं करते हैं तो उनके विरूद्ध सरकारी धनराशि की रिकवरी कराने के साथ-साथ संबधित शिक्षक को सरकारी संपत्ति के दुरूपयोग के आरोप में विभागीय के साथ विधिक कार्यवाही की जाएगी।

 

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