लखनऊ: भारी मुनाफे का लालच देकर सात हजार लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले पिता-पुत्र गिरफ्तार

लखनऊ। भारी मुनाफे का लालच देकर निवेश के नाम पर सात वर्ष में देशभर में सात हजार लोगों से करीब 20 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले ट्रिनिटी मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड नामक अंतर्राष्ट्रीय कंपनी के संचालक पिता-पुत्र को गुरुवार को विकास नगर पुलिस और अपराध शाखा की संयुक्त टीम ने गुडम्बा कोतवाली …
लखनऊ। भारी मुनाफे का लालच देकर निवेश के नाम पर सात वर्ष में देशभर में सात हजार लोगों से करीब 20 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले ट्रिनिटी मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड नामक अंतर्राष्ट्रीय कंपनी के संचालक पिता-पुत्र को गुरुवार को विकास नगर पुलिस और अपराध शाखा की संयुक्त टीम ने गुडम्बा कोतवाली क्षेत्र के टेढ़ी पुलिया से गिरफ्तार किया।
दोनों ही गुडम्बा कोतवाली क्षेत्र के कल्याणपुर अंतर्गत सीमांत नगर के रहने वाले हैं। पिता रामकेश शर्मा कंपनी के महाप्रबंधक और पुत्र अरुण कुमार शर्मा निदेशक के पद पर कार्यरत था। दोनों पिछले काफी समय से फरार चल रहे थे। पुलिस की ओर से दोनों के खिलाफ 25-25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। मामले की जानकारी देते हुए डीसीपी पूर्वी एसएम कासिक आब्दी ने बताया कि दोनों अभियुक्तों के खिलाफ अबतक विभिन्न राज्यों में 29 दर्ज मामलों की जानकारी मिल चुकी है। शेष आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है।
2015 में दिल्ली के कारोबारी से खरीदी थी कंपनी
पूछताछ के क्रम में रामकेश ने बताया कि उसने दिल्ली के एक व्यवसायी से वर्ष 2015 में इस कंपनी को खरीदा था। इसके बाद कंपनी की उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब आदि में भी कई शाखाएं खोलीं। विभिन्न शाखाओं में कर्मचारी भी नियुक्त किये। इसके बाद लोगों को आरडी, एफडी, दैनिक जमा योजना, मासिक/त्रय मासिक/वार्षिक जमा योजना, सुकन्या जमा योजना आदि विभिन्न योजनाओं में भारी मुनाफे का लालच देकर निवेश के नाम पर पैसे जमा कराये। योजनाओं में निवेश के लिए 18 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर लोन भी उपलब्ध कराया जाता था।
एफडी में 10 प्रतिशत वार्षिक ब्याज के नाम पर पैसा लिया जाता था। कंपनी में न्यूनतम 100 रुपये से लेकर अधिकतम धनराशि तक के निवेश प्लान थे। बैंकिंग से संबंधित लेन-देन का भी संचालन किया जाता था। निवेश करने वालों को फर्जी प्रमाणपत्र भी थमाए जाते थे। रामकेश ने बताया कि सात वर्ष में कंपनी ने करीब 7 हजार लोगों से निवेश के नाम पर लगभग 20 करोड़ रुपये की राशि जमा कराई।
पैसे से जमीन खरीदकर हो गए फरार
अरुण कुमार ने बताया कि लोगों द्वारा जमा कराये गए पैसों से दोनों से कंपनी के नाम पर कई जगहों पर जमीन जमा कराई। साथ ही भौतिक सुख पूरे किये। कंपनी की पूरी पूंजी को खर्च करने के बाद जब दोनों पिता-पुत्र कंगाल हो गये तो शहर छोड़कर भाग निकले और शहर बदल-बदल कर पुलिस से छिपते रहे। गुरुवार को दोनों अपनी कार से शहर छोड़ने की फिराक में थे। गुप्त सूचना पर पुलिस ने दोनों को टेढ़ी पुलिया के समीप से गिरफ्तार कर लिया।
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