लखीमपुर खीरी: सतीश चंद्र मिश्र बोले- समाज को जोड़ने की जगह तोड़ रही भाजपा सरकार

लखीमपुर खीरी: सतीश चंद्र मिश्र बोले- समाज को जोड़ने की जगह तोड़ रही भाजपा सरकार

लखीमपुर खीरी, अमृतविचार। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव राज्य सभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि धर्म की ठेकेदारी कर रही भाजपा सरकार समाज को जोड़ने की जगह तोड़ने का काम कर रही है। ब्राह्मणों पर जुल्म ढाया जा रहा है। बेरोजगारों और महिलाओं को सुरक्षा के नाम पर धोखा दिया है। हर दो घण्टे …

लखीमपुर खीरी, अमृतविचार। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव राज्य सभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि धर्म की ठेकेदारी कर रही भाजपा सरकार समाज को जोड़ने की जगह तोड़ने का काम कर रही है। ब्राह्मणों पर जुल्म ढाया जा रहा है। बेरोजगारों और महिलाओं को सुरक्षा के नाम पर धोखा दिया है। हर दो घण्टे में दुष्कर्म की घटना हो रही हैं। उन्होंने यह बातें शहर के एक मैरिज हाल में प्रबुद्ध वर्ग का सम्मान, सुरक्षा एवं तरक्की को लेकर आयोजित बसपा की विचार संगोष्ठी में चुनावी शंखनाद करते हुए कहे।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज जिस हालत से गुजर रहा है। वह किसी से छुपा नही है। दलित समाज को जितना प्रताड़ित किया जा रहा है। उससे अधिक ब्राह्मण समाज को।भाजपा ने अयोध्या में कुछ नहीं किया है। वह भगवान श्रीराम के नाम को राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रही है। अयोध्या जैसे पहले थी, वैसे ही आज भी है। वर्ष 2007 में हमने सरकार बनने के बाद अयोध्या में बहुत काम किये थे। उन्होंने आरोप लगाया कि पांच अगस्त को बिना मुहूर्त मंदिर का भूमि पूजन किया गया। भूमि पूजन तो सिर्फ एक दिखावा था। वहां ईंट पूजन हुआ। धर्म की ठेकेदारी करने वाले यह लोग माता सीता का नाम नहीं लेते। सियाराम भी नहीं बोलते। सिर्फ राम का ही नाम लेते हैं।

कहा कि एक साल हो गया है। अभी तक मंदिर नहीं बन सका। वर्ष 93 से मंदिर बनाने के नाम पर वसूली की गई। क्यों नही बता रहे हैं कि कितना चंदा इकट्ठा कराया है। भाजपा ने अपनी पार्टी चलाने के लिए चंदा एकत्र किया है। भाजपा और सपा पर तीखे प्रहार करते हुए सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि इन दोनों पार्टियों के शासन काल में ब्राह्मणों और अनुसूचित जाति के लोगों की उपेक्षा हुई, बल्कि उनपर घोर अत्याचार किया गया।

सतीश चंद्र मिश्र नेकहा कि दो करोड़ लोगों को नोकरी देने के बजाय ले ली गईं। सरकार कहती है कि हम नौकरी नहीं दे सकते। उन्होंने कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया। 90 प्रतिशत कारखाने और 1500 में से 500 संस्कृत विद्यालय बंद कर दिए गए हैं। सरकार की सनातन धर्म को समाप्त करने की योजना है। ब्राह्मण समाज बहक जा रहा है। यही समाज का नुकसान है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार बनाने के लिए 20 प्रतिशत से अधिक वोट मिलना जरूरी है। इसलिए 16 फीसदी ब्राह्मण और 23 प्रतिशत अनुसूचित जाति के लोग जुट गए। एक बार फिर बसपा के सत्ता में आने पर सुशासन कायम होगा। जिसकी जितनी तैयारी, उतनी उसकी हिस्सेदारी के फार्मूले पर चुनाव लड़ेगी। सभी लोग एक मंच पर आइए। समाज के साथ भाईचारा बनाइये और इस बार बहन मायावती को मुख्यमंत्री बनाइये।

पूर्व कैबिनेट मंत्री नकुल दुबे ने कहा की आप लोग इस जोश, आक्रोश को सम्भाल कर रखिये। ब्राह्मण समाज को चाहिए कि वह घर-घर सन्देश पहुचाये कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना है। ब्राह्मण समाज का अपमान हुआ है। बदला लेना है तो भाजपा को भगाना है। गोष्ठी में वेदपाठी के छात्र आदि भी शामिल हुए। इस दौरान प्रमुख रूप से बसपा नेता मोहन बाजपेई, जिलाध्यक्ष उमाशंकर गौतम, नीतू कश्यप, मनमोहन मौर्या सहित पूरे जिले से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

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