लखीमपुर-खीरी: तीसरी आंख नहीं कर रही काम, कैसे हो बदमाशों की निगरानी

लखीमपुर-खीरी: तीसरी आंख नहीं कर रही काम, कैसे हो बदमाशों की निगरानी

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। शहर के प्रमुख चौराहों व तिराहों पर पुलिस महकमे ने लाखों रुपये खर्च कर इसलिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे ताकि पुलिस कैमरों के जरिए अपराधियों पर नजर रख सके और त्वरित कार्रवाई कर सके, लेकिन यह कैमरे लगने के कुछ दिन बाद ही खराब होने लगे। एक-दो बार इन कैमरों की रिपेयरिंग …

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। शहर के प्रमुख चौराहों व तिराहों पर पुलिस महकमे ने लाखों रुपये खर्च कर इसलिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे ताकि पुलिस कैमरों के जरिए अपराधियों पर नजर रख सके और त्वरित कार्रवाई कर सके, लेकिन यह कैमरे लगने के कुछ दिन बाद ही खराब होने लगे। एक-दो बार इन कैमरों की रिपेयरिंग तो हुई, लेकिन फिर भी अधिक समय तक नहीं टिक सके।

शहर में करीब आठ से अधिक स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे काफी लंबे समय से खराब पड़े हैं। शहर में करीब 10 साल पहले पुलिस ने शहर के प्रमुख चौराहों और मार्गों के साथ भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। ताकि शहर में होने वाली अप्रिय घटनाओं को कैमरों में कैद किया जा सके। अब करीब सभी प्रमुख स्थानों पर लगे कैमरे खराब हो गए हैं।

कुछ प्रमुख स्थानों पर लगे कैमरों का अस्तित्व ही खत्म हो गया है। खराब कैमरों को सही कराने के लिए पुलिस ने कोई प्रयास नहीं किया है। हालांकि करीब छह महीने पहले यातायात निदेशालय की पहल पर यातायात पुलिस ने कैमरे लगवाने के लिए शहर में 24 स्थान चिन्हित किए थे, जिसका प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया था, लेकिन यह प्रस्ताव अभी अधर में अटका है।

कैमरा गायब लगा है सिर्फ कवर
लखीमपुर शहर का सदर चैराहा प्रमुख चौराहा है। इस चौराहे से हीरालाल धर्मशाला की तरफ कुछ ही दूर पर सदर कोतवाली है। यहां पुलिस ने खंभों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे, लेकिन देखरेख के अभाव में यह कैमरे साल-दो साल ही चल सके। हालांकि इसके बाद उनकी मरम्मत तो हुई, लेकिन कैमरों ने काम नहीं किया। सदर चौराहे से कैमरे गायब हैं। कैमरों पर लगा कवर यहां कैमरे लगे होने की गवाही दे रहे हैं।

दो साल में ही खराब हो गए कैमरे
पुलिस ने हीरालाल धर्मशाला चैराहा पर करीब दो साल पहले पुलिस बूथ स्थापित किया था। बूथ के पास ही दो सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। ताकि प्रमुख इस चैराहा से आने-जाने वाले संदिग्धों लोगों पर पुलिस की नजर रहे। पुलिस ने करीब छह महीने तो कैमरों की निगरानी की और उनकी देखभाल भी की, लेकिन जब कैमरे खराब हो गए तो उन्हें ठीक कराने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाए।

संकटा देवी चैराहा भी है कैमरा विहीन
शहर का सबसे प्रमुख संकटा देवी चैराहा भी कैमरा विहीन है। जबकि यह शहर के प्रमुख चैराहा है। यहां पर खंभे पर कैमरा लगा हुआ था, जो खराब हो हो गया। चार महीने पहले तक यहां खंभे पर कैमरे दिख रहा था, लेकिन अब वह भी गायब है। राहत की बात यह है कि यहां पर स्थित पुलिस चैकी पर कैमरे लगे हैं, जिनसे पुलिस निगरानी करती है। खंभे पर सिर्फ कैमरे का सेफ्टी खबर ही मौजूद है।

खंभों से गायब हुए दोनों कैमरे
मेला मैदान चैराहा काफी व्यस्त चैराहा है। इस चैराहा पर करीब चार साल पहले पुलिस बूथ बनाया गया था। जहां पर ट्रैफिक पुलिस तैनात रहती है। पास में ही खंभो पर दो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। जिसकी एलसीडी बूथ में रखी गई थी। यह कैमरे भी करीब एक साल तक ही चल सके और उसके बाद खराब हो गए। पुलिस ने इन कैमरों को ठीक कराने की जहमत नहीं उठाई। अब तो खंभो से कैमरे भी गायब हो गए।

सीसीटीवी कैमरे कुछ जगहों पर खराब हैं, जिन्हें जल्द ही ठीक कराया जाएगा। शहर के 24 स्थानों पर कैमरे लगाए जाने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, जो अभी स्वीकृत नहीं हुआ है।- संदीप सिंह, सीओ सिटी

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