ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर सभी सीमाओं पर बढ़ी सतर्कता, अब केजीएमयू समेत इन अस्पतालों में होगी जीनोम सीक्वेंसिंग

ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर सभी सीमाओं पर बढ़ी सतर्कता, अब केजीएमयू समेत इन अस्पतालों में होगी जीनोम सीक्वेंसिंग

लखनऊ। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने सब को हिला कर रख दिया है। ऐसे में देश व प्रदेश वासियों को केंद्र और प्रदेश सरकार जनता को किसी भी तरह के जोखिम में डालना नहीं चाहती है। जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि दक्षिण अफ़्रीका समेत करीब एक दर्जन देशों में …

लखनऊ। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने सब को हिला कर रख दिया है। ऐसे में देश व प्रदेश वासियों को केंद्र और प्रदेश सरकार जनता को किसी भी तरह के जोखिम में डालना नहीं चाहती है। जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि दक्षिण अफ़्रीका समेत करीब एक दर्जन देशों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार भी काफ़ी सतर्क है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश की सभी सीमाओं पर सतर्कता बरती जा रही है। इसके साथ लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) व किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयु) में जीनोम सीक्वेंसी की रफ़्तार भी तेज कर दी है।

कर्नाटक के बाद हैदराबाद में मिले ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण सर्वाधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में अतिरिक्त सर्तकता बरती जा रही है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की पुष्टि होने पर उत्तर प्रदेश सरकार ने सीमाओं पर व्यवस्था को काफी चाक-चौबंद कर दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश में एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन के साथ ही बस स्टेशन पर यात्रियों की जांच के निर्देश की जा रही है। कोरोना वायरस संमक्रण काल में प्रबंधन में अव्वल उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पहली लहर में कम समय में जांच की रफ्तार को बढ़ाया था। अब प्रदेश में प्रतिदिन ढाई लाख से अधिक आरटीपीआर जांच हो रही है।

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ओमिक्रॉन वैरिएंट को देखते हुए अब प्रदेश में जीनोम सीक्वेंसिंग की रफ्तार को भी बढ़ाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई के साथ केजीएमयू में जीनोम परीक्षण को तेज करने के निर्देश दिए हैं। इन दो संस्थान के अलावा प्रदेश में बीएचयू, सीडीआरआई,आईजीआईबी, राम मनोहर लोहिया संस्थान, एनबीआरआई में नए वैरिएंट की जांच जरूरत पडऩे पर की जा सकती है। लखनऊ के एनबीआरआई में कोरोना की पहली लहर के बाद ही नए वैरिएंट की जांच शुरू की थी। जिसमें 45 सैंपल जांचे गये थे।

यहां होगा जीनोम परीक्षण

अब संभावित तीसरी लहर को देखते बीएचयू, केजीएमयू, सीडीआरआई व आईजीआईबी में नए वैरिएंट के जीनोम परीक्षण की प्रक्रिया की जा सकती है। जिससे प्रदेश में तीसरी लहर में भी जांच प्रक्रिया रफ्तार पकड़ेगी।