छत्‍तीसगढ़: कमजोर बूथ को मजबूत करने के लिए कांग्रेस ने बनाई खास रणनीति

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस सदस्यता अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत कांग्रेस कमजोर बूथ को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। बता दें कांग्रेस ने सदस्यता अभियान में 16 लाख सदस्य बनाने का रिकार्ड कायम किया है। वहीं अब कांग्रेस की नजर उन बूथों पर है, जहां 25 से कम सदस्य …

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस सदस्यता अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत कांग्रेस कमजोर बूथ को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। बता दें कांग्रेस ने सदस्यता अभियान में 16 लाख सदस्य बनाने का रिकार्ड कायम किया है। वहीं अब कांग्रेस की नजर उन बूथों पर है, जहां 25 से कम सदस्य बने हैं। प्रदेश संगठन ने 25 से कम सदस्य वाले बूथ को निष्क्रिय बूथ की श्रेणी में रखा है। यहां अलग से सदस्यता अभियान चलाया जाएगा।

कांग्रेस के केंद्रीय संगठन ने 15 अप्रैल तक डिजिटल सदस्यता अभियान का समय बढ़ा दिया है। अगले दस दिनों में कांग्रेस निष्क्रिय बूथ पर कम से कम 100 सदस्य बनाने का लक्ष्य लेकर काम करेगी। वहीं डिजिटल सदस्यता अभियान के प्रभारी अमरजीत चावला ने बताया कि बस्तर और सरगुजा में सदस्यता को बढ़ाने की दिशा में काम शुरू किया गया है। आदिवासी इलाकों में गांव-गांव तक सदस्यता अभियान को पहुंचाना है। चावला ने बताया कि दूरस्थ, वनांचल और नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सदस्यता में दिक्कत आ रही है। 15 अप्रैल तक प्रदेश के सभी 23 हजार 737 बूथ में 100 फीसद सदस्यता का लक्ष्य तय किया गया है।

बता दें वर्तमान में डिजिटल सदस्यता अभियान में सबसे कम सदस्य सरगुजा के रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र और बस्तर के अंतागढ़ विधानसभा सीट पर सबसे कम सदस्यता हुई है। वहीं मैदानी इलाकों में मनेंद्रगढ़, साजा, डोंगरगांव, खैरागढ़ में सदस्यता बढ़ाने का काम किया जा रहा है। खैरागढ़ में उपचुनाव होने के कारण सदस्यता अभियान को गति नहीं मिल पाई है।डिजिटल सदस्यता अभियान में मनेंद्रगढ़, रामानुजगंज और अंतागढ़ में एक हजार सदस्य नहीं बन पाए हैं। तीनों ही विधानसभा सीट पर कांग्रेस के विधायक हैं।

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