बरेली: पुल की एप्रोच रोड बही, 20 किमी का चक्कर काट रहे 30 गांवों के ग्रामीण

बरेली, अमृत विचार। शेरगढ़ क्षेत्र के दुनका-बिहारीपुर रोड की एप्रोच रोड और पुलिया बाढ़ में बह गयी थी। इस वजह से करीब पांच दिनों से 30 गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही बंद है। रास्ता बंद होने की वजह से ग्रामीण परेशान हैं। उन्हें रोजमर्रा के काम निपटाने के लिए 20 किलोमीटर का चक्कर काटकर जाना …
बरेली, अमृत विचार। शेरगढ़ क्षेत्र के दुनका-बिहारीपुर रोड की एप्रोच रोड और पुलिया बाढ़ में बह गयी थी। इस वजह से करीब पांच दिनों से 30 गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही बंद है। रास्ता बंद होने की वजह से ग्रामीण परेशान हैं। उन्हें रोजमर्रा के काम निपटाने के लिए 20 किलोमीटर का चक्कर काटकर जाना पड़ रहा है।
जनप्रतिनिधियों के सुध नहीं लेने की वजह से उनके प्रति ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने मीरगंज के उप जिलाधिकारी से एप्रोच रोड व पुलिया निर्माण कराने की मांग की। इस पर एसडीएम ने डीएम को चिट्ठी लिखकर ग्रामीणों की पीड़ा बताते हुए एप्रोच रोड व पुलिया के निर्माण के लिए टीम गठित कर संबंधित विभाग को निर्देश जारी करने की सिफारिश की है।
एसडीएम कमलेश कुमार ने डीएम को लिखी चिट्ठी में बताया है कि अतिवर्षा होने के कारण नदियों का जल स्तर बढ़ने की वजह से दुनका-बिहारीपुर रोड पर बने पुल की एप्रोच रोड पूरी तरह से टूटकर नदी की धारा में बह गयी। इसी मार्ग पर एक पुलिया भी पूर्णत: क्षतिग्रस्त हो गयी थी। जिस वजह से दुनका-बिहारीपुर रोड का आवागमन पूर्णरूप से बंद हो गया। पैदल तो निकल रहे हैं लेकिन वाहन नहीं निकल सकते हैं। इस वजह से विकास खंड शेरगढ़ के 30 गांवों के ग्रामीणों के सामने दिक्कतें खड़ी हो गयी हैं। डीएम को 26 अक्टूबर को चिट्ठी भेजी थी।
पुल व एप्रोच रोड 2011 में 7 करोड़ की लागत से बनी थी
दुनका-बिहारीपुर मार्ग पर पुल व एप्रोच रोड 2011 में करीब 7 करोड़ रुपये की लागत से बनी थी। इस बीच कई बार मरम्मत भी हो चुकी है। सेतु निगम ने इसे बनाया था। यह बात सामने आयी है।
इन गांवों का आवागमन है प्रभावित
पुल से 30 गांव का आवागमन है जो कि विकासखंड शेरगढ़ से जुड़े हुए हैं। गांव बसई, सुल्तानपुर, दुनकी, धनेली, औरंगाबाद, गणेशपुर, हल्दी कलां, दौंड आलमपुर, सर्वथा संग्रामपुर, परच ई, सीहोर, आनंदपुर, मूड़ी सहोड़ा, बुडासी, मडवा, बंसीपुर के लोग के लिए शेरगढ़ होते हुए पीलीभीत का सीधा रास्ता था। बिहारीपुर सुकटिया भमोरा, डूंगरपुर गांव का भी मुख्य रास्ता है।