बरेली: व्यापारियों का सर्वे होने तक धरना स्थगित, आज से खुलेगा बाजार

बरेली, अमृत विचार। कुतुबखाना पुल निर्माण के विरोध में पंजाबी मार्केट पर व्यापारियों का धरना स्थगित कर दिया गया है। कोहाड़ापीर पेट्रोल पंप से लेकर कोतवाली तक कितने व्यापारी पुल निर्माण चाहते हैं और कितने नहीं, इसका सर्वे होगा। सर्वे कराने की जिम्मेदारी भाजपा महानगर अध्यक्ष डा. केएम अरोरा को दी गई है। इसे 2 …

बरेली, अमृत विचार। कुतुबखाना पुल निर्माण के विरोध में पंजाबी मार्केट पर व्यापारियों का धरना स्थगित कर दिया गया है। कोहाड़ापीर पेट्रोल पंप से लेकर कोतवाली तक कितने व्यापारी पुल निर्माण चाहते हैं और कितने नहीं, इसका सर्वे होगा। सर्वे कराने की जिम्मेदारी भाजपा महानगर अध्यक्ष डा. केएम अरोरा को दी गई है। इसे 2 अक्टूबर तक पूरा करना है। तब तक पुल निर्माण का कार्य शुरू नहीं कराया जाएगा। जनप्रतिनिधि और व्यापारियों के बीच हुई सौहार्दपूर्ण वार्ता में यह निर्णय लिया गया है।

पुल निर्माण के संबंध में व्यापार मंडलों की एकजुटता के बाद शनिवार को पंजाबी मार्केट पर धरना चलता रहा। इसमें कई व्यापार मंडलों के अध्यक्ष पदाधिकारियों संग पहुंचे थे। जबकि कुछ बीमार भी हो गए और नहीं आए। दोपहर बाद व्यापारियों को सर्किट हाउस में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के आने की जानकारी हुई तो वे वहां भी पहुंच गए। वहां नारेबाजी की तो कोतवाल ने सभी को फटकार कर शांत कराया।

भारत सेवा ट्रस्ट पर व्यापारियों संग बैठक करते मेयर डा. उमेश गौतम, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार, भाजपा महानगर अध्यक्ष डा. केएम अरोड़ा, गुलशन आनंद।

मंत्री के सामने विरोध उभरने की रिपोर्ट के बाद वित्त मंत्री का व्यापारियों से मिलने का कार्यक्रम रद हो गया। व्यापारी फिर धरना स्थल पर आ गए। तभी पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार के कार्यालय से व्यापारियों को शाम 5 बजे का बुलावा आया। व्यापारी वहां पहुंचे। यहां मेयर डा. उमेश गौतम सहित भाजपा महानगर अध्यक्ष डा. केएम अरोरा, गुलशन आनंद, पार्षद अतुल कपूर समेत कई नेता मौजूद थे। वार्ता में जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों की ओर से पुल बनने और नहीं बनने के पक्ष में तर्क रखे गए।

मेयर ने यह भी कहा कि 9 माह से ज्यादा समय पुल निर्माण में लगने पर एजेंसी का पैसा रोक दिया जाएगा। उस पर पेनाल्टी लगा दी जाएगी। व्यापारियों ने कहा कि कोरोना के समय खर्चे बढ़ गए थे। अब नौ माह कैसे खर्चे को मेनटेन कर पाएंगे। जनप्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि कई व्यापारियों ने उन्हें पुल निर्माण कराने की बात लिखकर दी है। इस पर कहा गया कि जिन लोगों ने पुल निर्माण के पक्ष में लिखकर दिया है, वे पटरी दुकानदार हैं और वही अतिक्रमण कराते हैं। जाम लगता है। वे टैक्स भी नहीं देते हैं। व्यापारी सरकार को टैक्स देता है।

वही इस पुल का विरोध कर रहा है। इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार ने व्यापारियों का सर्वे कराने की बात कही। इस पर सभी ने सहमति जताई। उन्होंने कहा कि वह 2 अक्टूबर तक यहां हैं। तब तक व्यापारियों का सर्वे करा लिया जाए। इसकी जिम्मेदारी भाजपा महानगर अध्यक्ष को दी है।

व्यापारियों ने कहा कि सर्वे के बाद दोबारा बैठक होगी। सर्वे रिपोर्ट आने तक पुल निर्माण कार्य नहीं होने के आश्वासन के बाद व्यापारियों ने कुछ समय के लिए धरना स्थगित कर दिया और रविवार से बाजार खोलने की बात कही। प्रतिनिधि मंडल में मनजीत सिंह बिट्टू, अमित खनेजा, लकी सरपाल, रौनक जोली, अमरजीत सिंह, दीपक अग्रवाल, उमंग बत्रा, नवनीत सिंह, भूपेंद्र सिंह आदि व्यापारी थे।

इंदिरा मार्केट खुली तो व्यापारियों ने दुकानें बंद कराईं
शनिवार को इंदिरा मार्केट के व्यापारियों ने दुकानें खोल लीं। इस पर व्यापारियों ने दुकानों को बंद कराया। उन व्यापारियों ने भी अपनी दुकानें खोल लीं जो आंदोलन को समर्थन कर रहे थे। इसका व्यापारियों ने विरोध किया है। शनिवार को धरनास्थल पर नदीम शम्सी, परमजीत सिंह, रवि अरोड़ा, जगदीश कुमार, अनमोल अग्रवाल राहुल अरोड़ा अंशु अग्रवाल मौजूद रहे। उद्योग व्यापार मंडल के राजेन्द्र गुप्ता, शोभित सक्सेना सहित अधिकांश संगठनों के व्यापारी वहां पहुंचे थे।

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