बरेली: शहाबुद्दीन बाेले- इस्लामिक शिक्षा को खत्म करना चाहती है असम सरकार
बरेली, अमृत विचार। असम सरकार द्वारा 400 मदरसों का धार्मिक स्टेटस बदलकर स्कूली स्टेटस के फैसले पर दरगाह आला हज़रत से जुड़े संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने नाराजगी जताई है। साथ ही विरोध किया है। बरेलवी ने कहा ये फैसला इस्लामिक शिक्षा को खत्म और मदरसों को …
बरेली, अमृत विचार। असम सरकार द्वारा 400 मदरसों का धार्मिक स्टेटस बदलकर स्कूली स्टेटस के फैसले पर दरगाह आला हज़रत से जुड़े संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने नाराजगी जताई है। साथ ही विरोध किया है। बरेलवी ने कहा ये फैसला इस्लामिक शिक्षा को खत्म और मदरसों को बदनामी का दाग लगा कर उन्हें बंद करना है। जबकि हमारा संविधान अल्पसंख्यकों को अपनी शिक्षा देने और संस्थान खोलने व संचालन करने की कानूनी इजाज़त देता है।
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असम सरकार के मदरसों का धार्मिक स्टेटस बदलकर स्कूली स्टेटस के फैसले पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा ये फैसला इस्लामिक शिक्षा को खत्म और मदरसों को बदनामी का दाग लगा कर उन्हें बंद करना है।@UPGovt #bareillynews#Amritvicharnews pic.twitter.com/JtAD4iKWto
— Amrit Vichar (@AmritVichar) November 2, 2022
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने बयान देते हुए कहा की असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य के 400 मदरसों का धार्मिक स्टेटस बदलकर स्कूली स्टेटस कर दिया है अब इन मदरसों को स्कूल कहा जाएगा और स्कूली शिक्षा ही दी जाएगी। मौलाना ने असम के मुख्यमंत्री पर मुसलमानों को दबाने और उनकी हक़तल्फ़ी बताया है। उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले किसी भी समुदय के धार्मिक शिक्षा के साथ बदले की भावना से काम नहीं किया जाना चाहिए, अगर ऐसा किया जाता है तो देश में बहुत बड़ी तादाद में अल्पसंख्यकों का भरोसा उठ जाएगा।
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