बरेली: अफसर आराम से सो रहे, उपभोक्ता बिजली कटौती से रो रहे

बरेली: अफसर आराम से सो रहे, उपभोक्ता बिजली कटौती से रो रहे

बरेली, अमृत विचार। शहर में 15 मिनट के लिए शनिवार को आई तेज आंधी ने पूरे शहर की बिजली व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया। 7 जगह 33 केवी की लाइन में शहर के पॉश इलाकों समेत कई जगह फाल्ट होने से पूरी रात बिजली नहीं आई, जिससे उपभोक्त परेशान होते रहे। वहीं बिजली विभाग के …

बरेली, अमृत विचार। शहर में 15 मिनट के लिए शनिवार को आई तेज आंधी ने पूरे शहर की बिजली व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया। 7 जगह 33 केवी की लाइन में शहर के पॉश इलाकों समेत कई जगह फाल्ट होने से पूरी रात बिजली नहीं आई, जिससे उपभोक्त परेशान होते रहे। वहीं बिजली विभाग के अधिकारी आराम से एसी में सोते रहे। जेई और एसडीओ ने अपने नंबर ही बंद कर लिए। वहीं जिनके नंबर खुले हुए थे वे कॉल ही नहीं उठा रहे थे।

शहर में इन दिनों गांव से बुरी बिजली की सप्लाई दी जा रही है। शनिवार को किला में 33 केवी की लाइन पर पेड़ गिरने से बिजली गुल हो गई थी। विकास भवन के सामने पेड़ गिरे तो शहर में बिजली संकट गहरा गया। सनसिटी की लाइन पर पेड़ गिर गया था। कुतुबखाना में कंपनी बाग में टहनियां गिर गईं। सुभाषनगर मढ़ीनाथ, एक बिजली का पोल दूसरी लाइन पर गिर गया था। हरुनगला उपकेंद्र से जुड़े तुला शेरपुर और बीडीए कॉलोनी में 11केवी और एलटी लाइन पर पोल गिरने से हजारों घरों की बिजली गुल हो गई थी।

इस तरह ट्रांसपोर्ट नगर में भी कई बिजली के पोल गिरने से पूरी रात बिजली की सप्लाई शुरू नहीं हो सकी। रविवार की दोपहर में फाल्टों को ठीक करने के बाद बिजली की सप्लाई को शुरू कराया गया। वहीं कुतुबखाना में पिछले 48 घंटे से बिजली कटौती का सिलसिला जारी है मगर वहां के एसडीओ उपभोक्ताओं की कॉल ही नहीं उठा रहे हैं। इनके साथ ही शाहदाना उपकेंद्र के लगने वाले घेर जाफर खां, बजरिया इनायत गंज, कांकरटोला, सूफी टोला, रबड़ी टोला, खुर्रम गौटिया में अघोषित बिजली कटौती हुई है।

शनिवार देर रात 12 बजे गई बिजली इन इलाको में चार बजे तक आ सकी। वहीं सुबह सात से आठ बजे के बीच फिर से इन इलाकों की बिजली चली गई जो 11ः30 बजे आई। वहीं दिन भर ट्रिपिंग की परेशानी भी जनता को बेहाल करती रही। शनिवार को विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। रात लगभग ढाई बजे तक विद्युत व्यवस्था सही नहीं हो सकी थी।

अधिकारियों ने बिजली आपूर्ति सुचारु करने के लिए कोई काम तक नहीं किया, जबकि लोग रात भर दौड़ते रहे है। इस दौरान पूरा ग्रेटर आकाश रात भर अंधेरे में डूबा रहा। कुतुबखाना जगतपुर, किला उपकेंद्र के एसडीओ और जेई के नंबर बंद आने के साथ ही कॉल न लगने की सबसे अधिक शिकायतें आ रही है।

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