बरेली: कार्तिक पूर्णिमा आज, लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, देखिए फोटोज

बरेली: कार्तिक पूर्णिमा आज, लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, देखिए फोटोज

बरेली, अमृत विचार। हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान करना पवित्र माना गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है। जो कि इस साल आज यानि 8 नवंबर 2022 को है। कई जगह इसे …

बरेली, अमृत विचार। हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान करना पवित्र माना गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है। जो कि इस साल आज यानि 8 नवंबर 2022 को है। कई जगह इसे गंगा स्नान और त्रिपुरा पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन ​ही भगवान शिव ने त्रिपुरा नामक राक्षक का वध किया था, इसलिए इसे त्रिपुरा पूर्णिमा कहा जाता है

कार्तिक माह की पूर्णिमा पर रामगंगा घाट पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। उसके बाद मेले का जमकर आनंद लिया। आसपास के कई गांवों से लोग अपने परिवार के साथ सुबह पांच बजे से आना शुरू हो गए। श्रद्धालुओं के लिए मेले में उनकी जरूरतों के सामान व चाट, पकौड़ी और जलेबी के स्टॉल भी लगे थे। जिसका मेले में आने वाले जमकर लुत्फ उठाया। मेले में कई प्रकार के झूलों और बच्चों के खिलौनों ने मेले की शोभा में चार चांद लगाया।

मंगलवार को कार्तिक माह के गंगास्नान का घाट पर नजारा देखते बन रहा था। हालांकि, चौबारी मेला रविवार से शुरू हो गया। चार दिन तक लगने वाले इस मेले में बरेली ही नहीं शाहजहांपुर, बदायूं, पीलीभीत समेत अन्य जनपदों से लोग आ रहे हैं। मेले में कई अन्य जनपदों से आकर लोग दुकानें लगाते हैं।

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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने मेले में सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम कर रख हैं। मेले में अस्थाई अस्पताल,अग्निशमन दल की टीम, समेत भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। घाट पर भी पुलिस बल तैनात किया गया है। थाने के साथ-साथ अस्थाई चौकी भी बनाई गई है।

जमकर खरीदारी
मेले में लकड़ी का सामान वाजिब दामों में मिल रहा था। बच्चों के खिलौने व मिट्टी के बर्तन भी सही दाम में मिल रहे थे। जिस कारण मेले में आने वाले लोग इसकी जमकर खरीदारी कर रहे थे। लोग माला, धार्मिक प्रतीक के लॉकेट आदि जमकर खरीद रहे थे।