बरेली: आजादी के 75 साल बाद गांव वालों को मिली सौगात, बनेगी चमचमाती सड़क
बरेली/सीबीगंज, अमृत विचार। आजादी के 75 साल बाद सीबीगंज के दो गांव को सड़क मिलने जा रही है। जिसके लिए नगर निगम से 2 करोड़ कब बजट पास हो गया है जल्द ही गांव के लोगों को चमचमाती हुई नई सड़क मिलेगी। यह भी पढ़ें- बरेली: रामगंगा चौबारी मेले में बसने लगा तंबुओं का शहर, …
बरेली/सीबीगंज, अमृत विचार। आजादी के 75 साल बाद सीबीगंज के दो गांव को सड़क मिलने जा रही है। जिसके लिए नगर निगम से 2 करोड़ कब बजट पास हो गया है जल्द ही गांव के लोगों को चमचमाती हुई नई सड़क मिलेगी।
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सीबीगंज के वार्ड 37 नदौसी के गांव परसाखेड़ा गौटिया व गोकुलपुर उर्फ गरगिया गांव कि करीब दस हज़ार की आबादी आजादी के 75 साल पूरे होने के बाद भी अपनी मूलभूत सुविधाओं से अछूती थी। गांव तक जाने के लिए कोई भी रोड नहीं थी ग्रामीण डीपीएस स्कूल के सामने बरेली रामपुर रोड किनारे ईट भट्ठा मालिक की जमीन से होकर गांव में आते जाते थे, बरसातों के दिनों में ईट भट्टे से निकलना किसी नर्क से कम नहीं था।
क्षेत्र के पार्षद पति सुखदीश कश्यप एवं पार्षद जावित्री कश्यप गांव में रोड बनवाने के लिए लगातार सांसद संतोष गंगवार व वन मंत्री डॉ अरुण कुमार के संपर्क में थे। नगर निगम में हुई बैठक में झुमका तिराहे से लेकर परसाखेड़ा गौटिया गांव तक 625 मीटर की सड़क पास हो गई, जिसके लिए दो करोड़ की रकम आवंटित की गयी हैं, जिसमें आधी रकम जमीन खरीदने का आधी रकम उसके निर्माण में लगाई जाएगी। यह सड़क नगर निगम द्वारा बनवाई जाएगी।
रेलवे लाइन पर बनेगा अंडर पास
झुमका चौराहे से लेकर परसाखेड़ा गौटिया गांव तक जाने के बीच रेलवे की लाइन आ रही थी जिस पर अंडर पास के लिए सभासद पति सुखदीश कश्यप पहले से ही प्रयासरत थे, जिसके चलते उत्तर रेलवे के वरिष्ठ मंडल अभियंता मुरादाबाद कुलवंत सिंह की ओर से अंडरपास बनाने के लिए स्वीकृति दे दी गई है। जिसमें अब रेलवे लाइन बाधा नहीं बनेगी अंडरपास का निर्माण रेलवे करवाएगा।
25 लाख की जगह 12 लाख बीघा में बेच दी जमीन
पार्षद पति सुखदीश कश्यप ने बताया कि गांव के लोग रोड को लेकर बेहद उत्साहित थे, वह जल्द से जल्द गांव में रोड बनवाना चाहते थे। हाईवे के आसपास की जमीन वर्तमान समय में 25 लाख रुपए बीघा बिक रही है लेकिन ग्रामीणों ने नगर निगम को 12 लाख रुपये बीघा के हिसाब से अपनी जमीनें दी है। ग्रामीणों को भारी-भरकम रकम का नुकसान तो हुआ लेकिन रास्ता पास होने से वे बेहद उत्साहित है।
दोनों गांव के लोगों के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। लगभग 7 दशक से अधिक बीत जाने के बाद अब गांव के लोगों को रोड मिल पाएगी। रोड के लिए हम लंबे समय से प्रयासरत थे— सुखदीश कश्यप, पार्षद पति।
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