बरेली: भूख हड़ताल करने पर ग्रामीणों के दर्द पर लगेगा 55 लाख से मरहम

बरेली: भूख हड़ताल करने पर ग्रामीणों के दर्द पर लगेगा 55 लाख से मरहम

बरेली/देवरनियां, अमृत विचार। जनप्रतिनिधियों ने भोजीपुरा विधानसभा क्षेत्र में कितने विकास कार्य कराये, इसकी बानगी अमृता गांव में भूख हड़ताल के रूप में देखने को मिली। जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से अमृता-उमरती गांव के ग्रामीणों में इतना गुस्सा भर गया कि वे भूख हड़ताल पर बैठ गए। ग्रामीणों के उग्र प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने के …

बरेली/देवरनियां, अमृत विचार। जनप्रतिनिधियों ने भोजीपुरा विधानसभा क्षेत्र में कितने विकास कार्य कराये, इसकी बानगी अमृता गांव में भूख हड़ताल के रूप में देखने को मिली। जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से अमृता-उमरती गांव के ग्रामीणों में इतना गुस्सा भर गया कि वे भूख हड़ताल पर बैठ गए। ग्रामीणों के उग्र प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने के मामले को लेकर लगातार ‘अमृत विचार’ ने जोरशोर से उठाया तो खलबली मच गयी।

बुधवार को विधायक बहोरन लाल मौर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल के प्रतिनिधि प्रशांत पटेल के साथ अमृता गांव पहुंचे। उनके साथ भोजीपुरा थाने से दो गाड़ी फोर्स भी पहुंची। विधायक के पहुंचने पर ग्रामीणों ने विरोध कर दिया। बताते हैं कि पूर्व में ग्रामीणों ने विधायक को बुलाया पर वह गांव में झांकने तक नहीं गए। सात दिन से ग्रामीण धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। पहले सड़क किनारे ‘सड़क नहीं तो वोट नहीं’ का बोर्ड लगाकर विरोध शुरू किया लेकिन विधायक समेत किसी जनप्रतिनिधि ने सुध नहीं ली। इससे खपा होकर ही ग्रामीणों ने भूख हड़ताल शुरू की।

ब्लाक शेरगढ़ के गांव अमृता-उमरेती में सड़क नहीं बनने पर ग्रामीणों का आरोप है कि अरसे से सड़क की मांग उठा रहे हैं। किसी जनप्रतिनिधि ने गांव की सड़क बनवाने के लिए जहमत नहीं उठायी। तब अमृता गांव के ग्रामीण दिन सोमवार से गांव के बाहर सड़क पर दरी बिछाकर विपिन गंगवार के नेतृत्व में भूख हड़ताल पर बैठे। ग्रामीणों का आक्रोश झेलने के बाद प्रशांत पटेल ने भूख हड़ताल पर बैठे लोगों से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि 30 दिन में अमृता गांव से कठर्रा गांव नैनीताल फोरलेन तक लिंक रोड बनवायी जाएगी।

पुख्ता आश्वासन मिलने पर ग्रामीणों ने भूख हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया। विधायक और प्रशांत पटेल ने ग्रामीण विपिन गंगवार को दूध पिलाकर हड़ताल खत्म करायी। इस दौरान शेरगढ़ नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन बुद्धसेन मौर्य व देवरनियां भाजपा मंडल अध्यक्ष छेदालाल गंगवार, जितेन्द्र पटेल, छत्रपाल सिंह, पप्पू मौर्य, रामबहादुर, संतोष कुमार, कान्ता प्रसाद, मदन लाल मौर्य, धर्मपाल मौर्य, दुष्यंत, रणवीर सिंह, रोहिताश, रामौतार, हिरालाल, सुखराम आदि मौजूद रहे।

अमृता गांव पहुंचे विधायक तो ग्रामीणों ने निकाली जमकर भड़ास
विधायक बहोरन लाल मौर्य अमृता गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने जमकर भड़ास निकाली। विधायक पर अनदेखी समेत अन्य आरोप लगाए। काफी देर चली बैठकी में कई ग्रामीणों ने नाराजगी में अपनी बात रखी। ग्रामीणों के उग्र होने की आशंका पर ही विधायक फोर्स लेकर गांव पहुंचे थे लेकिन पुलिस दूर खड़ी रही। ग्रामीणों ने कई सवाल किए लेकिन विधायक बचते नजर आए। हंगामे के बीच विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल के प्रतिनिधि प्रशांत पटेल ने करीब 55 लाख रुपये से सड़क बनवाने की बात कही। कहा कि सड़क का सर्वे मंगलवार को ही करा लिया। प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया है।

चुनाव होने से पहले सड़क का निर्माण कराने का दावा किया। विधायक बहोरन लाल ने कहा कि इस क्षेत्र की तीन सड़कों का एस्टीमेट बनाया गया है। अमृता गांव से जो सड़क कुठर्रा गांव होते हुए हाईवे तक बनेगी, उसकी लंबाई करीब 1210 मीटर सड़क है। विधायक बोले-नापजोख में 1210 मीटर लंबाई सामने आयी। वैसे सड़क 1400 मीटर बतायी जा रही है। अमृता-उमरती गांवों की कुल आबादी-3500 है। इन गांवों के लोग अरसे से उखड़ी सड़क से गुजर रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कई ग्रामीणों के गिरकर हाथ पांव भी टूट चुके हैं।

एसडीएम-सीओ से नहीं बात तब विधायक झुके
अमृता गांव के ग्रामीणों के भूख हड़ताल की खबरें अमृत विचार में प्रमुखता से छपनी शुरू हुईं तो ग्रामीणों को मनाने के लिए मंगलवार की देर रात करीब 11 बजे एसडीएम बहेड़ी राजेश चन्द्र व सीओ बहेड़ी अजय कुमार गौतम व इंस्पेक्टर देवरनियां राकेश सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को मनाने के प्रयास किए।

ग्रामीणों ने साफ कह दिया कि क्षेत्रीय विधायक आकर सड़क निर्माण को लेकर ठोस आश्वासन देंगे तब हड़ताल खत्म के बारे में सोचेंगे। ग्रामीण विधायक को बुलाने पर ही अड़े रहे। ग्रामीणों के नहीं मानने पर अधिकारी वापस चले गए। इसके बाद बुधवार सुबह भोजीपुरा विधायक बहोरन लाल मौर्य को अमृता गांव जाना पड़ा।