बरेली: 14 नकलची सामूहिक नकल करते पकड़े, शिक्षक के पास मिली पर्चियां

बरेली, अमृत विचार। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं में लगातार नकलची पकड़े जा रहे हैं। विश्वविद्यालय के तीन सचल दल लगातार अलग-अलग महाविद्यालय में छापेमारी कर रहे हैं। मंगलवार को प्रोफेसर एसके तोमर के नेतृत्व में बने सचल दल ने शाहजहांपुर के नवादा में सत्यपाल सिंह महाविद्यालय में छापा मारा। यहां द्वितीय …
बरेली, अमृत विचार। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं में लगातार नकलची पकड़े जा रहे हैं। विश्वविद्यालय के तीन सचल दल लगातार अलग-अलग महाविद्यालय में छापेमारी कर रहे हैं। मंगलवार को प्रोफेसर एसके तोमर के नेतृत्व में बने सचल दल ने शाहजहांपुर के नवादा में सत्यपाल सिंह महाविद्यालय में छापा मारा। यहां द्वितीय पाली में सामान्य अंग्रेजी के पेपर में सामूहिक नकल कराई जा रही थी।
सचल दल ने यहां गार्डिंग कर रहे शिक्षकों के पास से भी नकल की पर्चियां पकड़ी हैं। परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी कैमरे भी खराब थे। दल ने 14 छात्रों का यूएफएम फॉर्म भरा है। बताया जा रहा है कि यह महाविद्यालय एक पूर्व मंत्री व सांसद के नाम पर है और उनके बेटे पूर्व विधायक हैं, जो महाविद्यालय के मालिक हैं। एक बेटा एमएलसी भी है।
मंगलवार को प्रोफेसर एसके तोमर, डा. मदन लाल, डा. रुचि द्विवेदी, डा. कामिनी विश्वकर्मा के सचल दल ने 14 नकलचियों को पकड़ा और नकल सामग्री को विश्विद्यालय ले आये हैं। इसके अलावा केके माहेश्वरी के नेतृत्व में बने सचल दल ने बिजनौर, मुरादाबाद और अमरोहा के आठ महाविद्यालयों में छापा मारा। मंगलवार को भी कई छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। दिन में बार-बार बारिश से भी छात्रों को परीक्षा देने में दिक्कत हुई।
परीक्षा छूटने के बाद लगातार कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। इससे पहले भी अलग-अलग दिनो में निरीक्षण के दौरान सचल दल को कई महाविद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे खराब मिले थे और नकल रोकने के इंतजाम नहीं मिले थे। कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने बताया कि नकल रोकने के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। सचल दल लगातार छापेमारी कर रहा है। नकल के साथ पकड़े जाने वालों के खिलाफ कारवाई की जाएगी।
एक साथ निकले पेपर के चार सेट
बीए द्वितीय वर्ष की सामान्य अंग्रेजी की परीक्षा में बरेली कॉलेज में एक पेपर के साथ चारों सेट निकल आए। इससे परीक्षक परेशान हो गए। पहले लगा कि इतना बड़ा प्रश्न पत्र आ गया है, छात्र इसे कैसे हल करेंगे। हालांकि बाद में सभी सेट अलग कर छात्रों को बांटे गए।
प्रयोगात्मक परीक्षाओं को लेकर आपत्ति
विश्वविद्यालय ने स्नातक की प्रयोगात्मक और मौखिकी परीक्षाओं की तारीखों में बदलाव किया है। इसके तहत 19 अगस्त से स्नातक द्वितीय वर्ष की ओपन बुक माध्यम से असाइनमेंट जमा करने की परीक्षाएं आयोजित कराई जाएंगी। इसकी तिथियों को लेकर एक बार फिर से शिक्षक विरोध में लगे हैं। उनका कहना है कि जो तिथियां दी हैं, उनमें दो दिन त्योहार पड़ रहे हैं। ऐसे में दो दिन में परीक्षा कराने में दिक्कत होगी। शिक्षक लगातार 10 कार्य दिवस में परीक्षाएं आयोजित करने की मांग कर रहे हैं।