सीतापुर: करोड़ों खर्च के बाद भी नैमिषारण्य में नहीं जल रहीं हैं स्ट्रीट लाइटें, क्या कहते हैं जिम्मेदार

सीतापुर। अठ्ठासी हजार ऋषियों की पावन तपोभूमि तीर्थ नैमिषारण्य जो कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केन्द्र है और आये दिन हजारों यात्री यहां भक्ति भावना लेकर आते हैं। तीर्थ के विकास और नैमिषारण्य को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिये सरकार काफी गम्भीर भी दिख रही है, किन्तु तीर्थ में …
सीतापुर। अठ्ठासी हजार ऋषियों की पावन तपोभूमि तीर्थ नैमिषारण्य जो कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केन्द्र है और आये दिन हजारों यात्री यहां भक्ति भावना लेकर आते हैं। तीर्थ के विकास और नैमिषारण्य को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिये सरकार काफी गम्भीर भी दिख रही है, किन्तु तीर्थ में पिछली सरकार में हुये विकास कार्यों के लिये आवंटित धन का जिस प्रकार दुरुपयोग किया गया है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण 84 कोषिय परिक्रमा मार्ग पर की गयी प्रकाश व्यवस्था के लिए बिछाई गई विद्युत लाइन एवं उसमें प्रयोग की गयी बेहद घटिया सामग्री का है।
मालूम हो कि सूबे की पिछली सरकार ने नैमिषारण्य से सटे परिक्रमा मार्ग पर विद्युतीकरण करवाकर खम्भे, तार एवं स्ट्रीट लाइट लगवाने का कार्य करवा दिया, लेकिन ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की साठ गांठ के चलते इसमें मानक और क्वालिटी को दरकिनार कर बेहद घटिया किस्म की सामग्री का प्रयोग किया गया। जिसके चलते किसी भी मार्ग पर न तो लाइटे जलती हैं और न ही केबिल ही दुरुस्त है। ट्रांसफार्मर भी आये दिन खराब होते रहतें हैं। करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाने के बाद भी नैमिषारण्य एवं निकटवर्ती क्षेत्र अंधेरे में ही रहता है। कमजोर केबिलों का आलम ये है कि आये दिन लाइन फाल्ट ही बना रहता है। सभी मार्गों पर लगी लाइटें कभी नहीं जलतीं।
क्या कहते है स्थानीय लोग
नैमिषारण्य के निवासी और् तीर्थ पुरोहित् समिति के अध्यक्ष आनंद भाई शास्त्री बताते है कि जब नैमिष तीर्थ में परिक्रमा मार्ग में जब पूर्व में लाइटें लगाई गई थी। तब दूर से ही तीर्थ नगरी में प्रवेश करने पर पता चल जाता था, लेकिन काफी समय से खराब पड़ी लाइटों के कारण शाम होते ही अंधकार हो जाता है। साथ ठाकुर नगर तिराहे से नैमिषारण्य जाने वाले मार्ग पर गाय रात के समय में बड़ी संख्या में सड़क पर बैठी रहती हैं। जिससे राहगीरों को हर समय अप्रिय घटना की आसंका बनी रहती है। भाजपा के मंडल अध्यक्ष सतीश शास्त्री ने बताया कि काफी समय से लाईट खराब पड़ी है और आने वाले समय में सावन मास में देवदेवेश्वर मार्ग पर प्रकाश की अति आवश्यकता है। अधिशासी अभियंता सुधीर कुमार भारती ने बताया कि विधुत बिभाग किसी भी प्रकार की लाइट नही लगवाता है। न ही कोई विभाग का विषय है। यह नगर पालिका के अधिकार में है।
क्या कहते हैं नगरपालिका के जिम्मेदार
क्या कहते हैं नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी आरपी सिंह का कहना है कि लाइटों का विषय संज्ञान में आया है। शीघ्र ही अधिकारियों से बात करके किस विभाग से बनेगी, इस पर चर्चा कर शीघ्र ही मरम्मत कार्य शुरू कराने का प्रयास किया जायेगा।