बरेली: 12 साल से चल रहा अवैध मिल्क बूथ

बरेली: 12 साल से चल रहा अवैध मिल्क बूथ

बरेली, अमृत विचार। मिल्क बूथों को लेकर एक के बाद एक बड़ी गड़बड़ी सामने आ रही है। शहर में तमाम ऐसी जगह हैं, जहां जमीन की अनुमति लिए बगैर ही सालों से मिल्क बूथ गुपचुप तरीके से चलाए जा रहे हैं। ऐसे ही डीडीपुरम में संचालित हो रहे एक मिल्क बूथ का संचालन मिला है। …

बरेली, अमृत विचार। मिल्क बूथों को लेकर एक के बाद एक बड़ी गड़बड़ी सामने आ रही है। शहर में तमाम ऐसी जगह हैं, जहां जमीन की अनुमति लिए बगैर ही सालों से मिल्क बूथ गुपचुप तरीके से चलाए जा रहे हैं। ऐसे ही डीडीपुरम में संचालित हो रहे एक मिल्क बूथ का संचालन मिला है। नगर निगम के प्रवर्तन दल ने इस मिल्क बूथ को सील कर दिया। बताते हैं कि इसी तरह से तमाम और स्थानों पर भी मिल्क बूथ चल रहे हैं, जिनकी कोई अनुमति नगर निगम प्रशासन से नहीं ली गई है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही ऐसे बूथों का संचालन भी बंद कराया जाएगा।

नगर निगम ने अयूब खां चौराहा, कुतुबखाना, सेटेलाइट बस स्टैंड सहित विभिन्न छह जगहों पर मिल्क बूथों के संचालन के लिए जमीन का आवंटन किया था लेकिन इस समय केवल तीन जगहों पर ही मिल्क बूथों का संचालन हो रहा है। नगर निगम प्रशासन दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इन बूथों के संचालन के लिए काफी रियायत देता है।

कुछ दिन पहले इन बूथों के अवैध संचालन को लेकर बड़ी खामी यह पकड़ी जा चुकी है कि इन बूथों पर शर्तों के अनुसार इन दुकानों पर केवल दुग्ध और उससे बने उत्पादों की ही बिक्री की जा सकती है लेकिन तमाम मिल्क बूथ संचालक इसका उल्लंघन करके समोसा, गुटखा सहित तमाम अन्य खाद्य सामग्रियों की भी बिक्री कर रहे हैं। अब इन मिल्क बूथों को लेकर यह बड़ा खेल सामने आया है कि नगर निगम से अनुमति लिए बगैर ही तमाम मिल्क बूथ पार्लर का संचालन अवैध तरह से हो रहा है।

ऐसे ही एक अवैध मिल्क बूथ डीडीपुरम में गंगाशील अस्पताल के पास ओवरहेड टैंक के नजदीक संचालित होता मिला। अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह का कहना है कि जांच में यह पता चला है कि यह बूथ 14-15 साल से चल रहा है लेकिन इसके संचालन के लिए नगर निगम की ओर से कोई अनुमति ही नहीं ली गई थी। इसके बाद नगर निगम के प्रवर्तन दल ने मौके पर पहुंचकर इस बूथ को सील करने की कार्रवाई कर दी है। बताते हैं कि शहर में अब भी कई जगहों पर बगैर अनुमति लिए बूथ नगर निगम सीमा क्षेत्र में संचालित हो रहे हैं।

सभी बूथ संचालकों को भेजे नोटिस, लागू होंगी नई शर्तें
मिल्क बूथ संचालकों पर शिकंजा कसते हुए नगर निगम प्रशासन की ओर से सभी को नोटिस जारी किए गए हैं। हाल में इन बूथों पर गुटका, समोसा, सिगरेट आदि की बिक्री होती मिली थी। जबकि इन बूथों पर केवल दूध की ही बिक्री हो सकती है। अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह का कहना है कि इन सभी बूथ संचालकों को नोटिस जारी किए गए हैं। साथ ही उन पर कई सालों से किराया बाकी है, उसे जमा करने को भी कहा गया है। सभी मिल्क बूथ संचालकों के लिए नई शर्तों को भी लागू कर दिया गया है।

मनमाने तरीके से जमीन पर भी कब्जा
इन मिल्क बूथों के लिए 10 बाई 10 की जगह आवंटित की जाती है लेकिन कई दुकानदारों ने मनमाने तरीके से इससे कहीं ज्यादा जगह घेर ली है। शर्तों के अनुसार दुग्ध के अलावा कुछ और बेचने पर अनुमति निरस्त हो जाएगी लेकिन कई बूथ संचालक खुलेआम आवंटित दुकानों पर दुग्ध के अलावा गुटखा, नमकीन सहित दूसरी कई चीजें बेच रहे हैं। बताते हैं कि कई बूथ संचालकों के बिजली के बिल भी काफी समय से बकाया है।

अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह ने बताया कि मिल्क बूथ के संचालन को लेकर गड़बड़ी सामने आ रही है। डीडीपुरम में बगैर अनुमति संचालित हो रहे मिल्क बूथ को सील कर दिया गया है। ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।