बरेली: नवीनगर में दो करोड़ मूल्य की आवासीय भूमि कृषि में दर्शाकर बेच दी

बरेली, अमृत विचार। मकान, प्लॉट या भू-संपत्ति का मूल्यांकन कम दिखाकर स्टांप शुल्क चोरी कर रजिस्ट्री कराने के सैकड़ों मामलों की जांचें अधिकारियों की फाइलों में दबी हैं। जिनमें जांच के नाम पर सिर्फ खानापूरी हो रही है। अब आवासीय भूमि को कृषि में दर्शाकर दो करोड़ रुपए की भूमि बेचने का मामला सामने आया …
बरेली, अमृत विचार। मकान, प्लॉट या भू-संपत्ति का मूल्यांकन कम दिखाकर स्टांप शुल्क चोरी कर रजिस्ट्री कराने के सैकड़ों मामलों की जांचें अधिकारियों की फाइलों में दबी हैं। जिनमें जांच के नाम पर सिर्फ खानापूरी हो रही है। अब आवासीय भूमि को कृषि में दर्शाकर दो करोड़ रुपए की भूमि बेचने का मामला सामने आया है। इसमें दो भूमाफिया लिप्त हैं।
भूमि की रजिस्ट्री में कई लाख रुपए के स्टांप शुल्क चोरी की गयी। शिकायत जिलाधिकारी कार्यालय में होने के बाद मामले में जांच बैठा दी है। तहसीलदार सदर आशुतोष गुप्ता को जांच अधिकारी बनाया है। तहसीलदार सदर ने जांच शुरू करते हुए 2017 से लेकर 2020 तक नवीनगर में भूमि के बैनामे के कागजात रजिस्ट्री कार्यालय से मंगाए हैं।
तहसीलदार सदर ने बताया कि ग्राम नवीनगर में गाटा संख्या 117, 118, 305, 290, 291, 224 की आवासीय भूमि की कृषि में दर्शाकर रजिस्ट्री करायी गयी। पांच वर्ष पहले सभी गाटा संख्याओं की भूमि की रजिस्ट्री करायी गयी। तहसीलदार ने बताया कि एसडीएम सदर विशु राजा को रजिस्ट्री दफ्तर से भूमि से संबंधित रिकार्ड मंगवाने के लिए पत्र लिखा है। रिकार्ड मिलने के बाद ही जांच आगे बढ़ेगी। रिकार्ड के आधार पर मौके पर जाकर जांच होगी कि यह भूमि किसके नाम दर्ज है। कहीं राजस्व भूमि तो नहीं है।