बरेली: राजेंद्र नगर में डेयरी संचालक ने बंद की गली

बरेली, अमृत विचार। डेयरी संचालकों की मनमानी के चलते राजेंद्रनगर जैसे पॉश इलाकों के लोग भी गंदगी से परेशान हैं। यहां ब्लॉक-ए में तो एक डेयरी वाले ने पार्क के सामने जगह घेरकर गली को ही बंद कर दिया। जानवरों के गंदगी फैलाने से आसपास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। पार्षद की …
बरेली, अमृत विचार। डेयरी संचालकों की मनमानी के चलते राजेंद्रनगर जैसे पॉश इलाकों के लोग भी गंदगी से परेशान हैं। यहां ब्लॉक-ए में तो एक डेयरी वाले ने पार्क के सामने जगह घेरकर गली को ही बंद कर दिया। जानवरों के गंदगी फैलाने से आसपास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। पार्षद की ओर से नगर आयुक्त सहित नगर निगम के दूसरे अधिकारियों से शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। पार्षद ने एक बार फिर से अधिकारियों तक यह मामला पहुंचा दिया है।
शहर के आबादी वाले इलाकों में डेयरी का संचालन काफी समय से लोगों को परेशान किए है। गोबर से नालियां चोक हो जाती हैं। इससे बारिश में जलभराव की स्थिति भी पैदा हो जाती है। कई डेयरी वाले गलियों में जानवरों को बांधकर कब्जा किए रहते हैं। पार्षद सतीश चंद्र सक्सेना मम्मा ने नगर आयुक्त अभिषेक प्रकाश व अन्य अधिकारियों से यह शिकायत की है कि राजेंद्रनगर ब्लॉक-ए में पार्क के पास एक डेयरी वाले ने अपने घर और पार्क के बीच गली में भैंसों को बांधना शुरू कर दिया है।
इस वजह से यह गली तो बंद हो गई है। साथ ही गंदगी की वजह से आसपास के लोग बदबू से परेशान हैं। गली बंद होने से लोगों को दूसरी ओर से घूमकर निकलना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि डेयरी वालों को शहर के बाहर भेजा जाना चाहिए। पार्षद का कहना है कि वार्ड में डेयरी वालों की मनमानी पर अंकुश नहीं लगाया जा पा रहा है।
डेलापीर तालाब के इर्द-गिर्द भी डेयरी वालों का कब्जा
डेलापीर तालाब के आसपास भी डेयरियों का संचालन बड़े स्तर पर हो रहा है। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि डेयरी वाले तालाब में भैंसों के झुंड लाते हैं। इन झुंडों के आने-जाने के दौरान सड़क-गलियों में काफी जाम लग जाता है। कई बार भैंसों के भागने से उससे टकरा कर कई वाहन चालक घायल भी हो जाते हैं। बावजूद नगर निगम प्रशासन इस पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है।