हल्द्वानी: पीएम को कृषि कानूनों की कमियां बताने के लिए निकाला पर्चा- बाजवा

अमृत विचार, हल्द्वानी। संयुक्त किसाना मोर्चा के प्रवक्ता व प्रदेशाध्यक्ष जगतार सिंह बाजवा ने मंगलवार को नैनीताल रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में हुई प्रेस वार्ता में कहा कि केंद्र के पारित तीनों काले कृषि कानून के खिलाफ में देश भर के किसान-मजदूर आंदोलन कर रहे हैं । इसके विरोध में किसानों की केंद्र सरकार से 11 …
अमृत विचार, हल्द्वानी। संयुक्त किसाना मोर्चा के प्रवक्ता व प्रदेशाध्यक्ष जगतार सिंह बाजवा ने मंगलवार को नैनीताल रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में हुई प्रेस वार्ता में कहा कि केंद्र के पारित तीनों काले कृषि कानून के खिलाफ में देश भर के किसान-मजदूर आंदोलन कर रहे हैं ।
इसके विरोध में किसानों की केंद्र सरकार से 11 दौर की वार्ता हुई थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने 18 संशोधनों पर मौन सहमति दी थी, जो कि इस बात की भी मौन सहमति की कृषि बिल में 18 कमियां है। केंद्र ने वार्ता के बाद भी संशोधनों को लागू नहीं किया। उन्होंने कहा कि देश के पीएम नरेंद्र मोदी संसद में खड़े होकर कहते हैं कि किसान अभी तक यह नहीं बता सके हैं कि कृषि कानूनों में काला क्या है। इसके विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने एक पर्चा जारी किया है। इस पर्चे में कृषि कानूनों से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके लिए देश भर में जागरूकता अभियान चल रहे हैं।
बाजवा ने कहा कि तीनों कृषि कानून लागू होने से कॉरपोरेट खेती होगी और छोटी-छोटी, बटाई व अधिया खेती खत्म हो जाएगी। सार्वजनिक वितरण प्रणाली खत्म हो जाएगी। इससे कमजोर वर्ग को सस्ता अनाज मुहैया नहीं होगा। निजी मंडियां बन जाएंगी तो किसान को उनकी उपज के अच्छे दाम नहीं मिलेंगे। खेती पर निर्भर पशुपालन, दुग्ध, मध्यम व लघु व्यवसाय खत्म हो जाएंगे। देश में तकरीबन 40-50 फीसदी महंगाई बढ़ जाएगी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के परिप्रेक्ष्य में पर्वतीय क्षेत्रों में उत्पादित होने वाली सब्जियों के रामनगर, हल्द्वानी, रुद्रपुर की मंडियों में अच्छा दाम मिलता है लेकिन निजी मंडियों होने से मोल भाव खत्म हो जाएगा। वहीं जनता को भी निजी मंडियों से महंगे दामों में सब्जी खरीदनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि बेशक यह आंदोलन किसानों व मजदूरों का है लेकिन इससे देश की 90 प्रतिशत से ज्यादा, कहें तो जो व्यक्ति खाना खाता है वो प्रभावित होगा। इस दौरान अमरजीत सिंह, सौरभ नेगी, दारा दिलेर रंधावा, राजकिशोर सिंह, प्रिंस दास, अनुज गुप्ता आदि मौजूद थे।
जल्द ही देश में तूफान खड़ा होगा जो केंद्र को धाराशायी कर देगा
संयुक्त किसाना मोर्चा के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि इन कृषि कानूनों से होने वाले नुकसान को अब जनता भी समझने लगी है। इसके विरोध में ऐसा तूफान खड़ा होगा जो केंद्र को धाराशायी कर देगा।
आज हरिद्वार व देहरादून में करेंगे प्रचार
बाजवा ने बताया कि वह पर्चे को लेकर अल्मोड़ा, रामनगर, नानकमत्ता हो आए हैं अब वह ऊधम सिंह नगर, हरिद्वार और देहरादून में किसानों से वार्ता कर काले कानून की बारीकियां बताएंगे। जो पर्चे छपवाए गए हैं वो भी वितरित किए जाएंगे।