बरेली: धोपेश्वर नाथ मंदिर में खून से लथपथ मिला बाबा का शव

बरेली,अमृत विचार। धोपेश्वर नाथ मंदिर परिसर स्थित मढ़ी में बाबा रामचंद्र गिरि का खून से लथपथ शव बरामद हुआ है। उनकी हत्या होने की आशंका जताई गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सिर में चोट लगने से मौत होने की बात सामने आई है। पुलिस पड़ताल कर रही है। इस घटना ने मंदिर में 13 …
बरेली,अमृत विचार। धोपेश्वर नाथ मंदिर परिसर स्थित मढ़ी में बाबा रामचंद्र गिरि का खून से लथपथ शव बरामद हुआ है। उनकी हत्या होने की आशंका जताई गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सिर में चोट लगने से मौत होने की बात सामने आई है। पुलिस पड़ताल कर रही है।
इस घटना ने मंदिर में 13 फरवरी, 2010 में हुई महंत गोकरणनाथ गिरी की हत्या का दृश्य एकाएक हर किसी के सामने आ गया। महंत की हत्या के पीछे संपत्ति का विवाद सामने आया था। इस घटना में भी संपत्ति को लेकर हत्या होने की चर्चा तेज हो गई है। लोगों ने हत्या की आशंका जताते हुए घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। होली के मौके पर सोमवार शाम करीब 5 बजे कुछ श्रद्धालु आशीर्वाद लेने के लिए मढ़ी में रहने वाले बाबा रामचंद्र गिरि से मिलने पहुंचे। तब मढ़ी में बाबा खून से लथपथ मिले थे।
बाबा की मौत की जानकारी होने पर आसपास के तमाम लोग मंदिर पहुंच गए। कैंट इंस्पेक्टर समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच कर साक्ष्य एकत्र किए। बाबा के हाथ पर भी चोटों के हल्के निशान मिले हैं। सिर से खून निकल रहा था। कैंट थाने के इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बाबा रामचंद्र गिरि की मौत सिर में चोट लगने की वजह से होना बताई गई है।
गोकरण गिरि की हत्या की सीबीआई ने भी की थी जांच
13 फरवरी 2010 को धोपेश्वरनाथ मंदिर के महंत गोकरण गिरि का शव पोखर में मिला था। महंत की पोती रचना गोस्वामी ने तत्कालीन विधायक वीरेंद्र सिंह समेत 12 लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट लिखाई थी। कैंट पुलिस ने आरोप झूठा होने का दावा कर फाइनल रिपोर्ट लगाई थी। प्रकरण में तत्कालीन विधायक वीरेंद्र सिंह को पहले ही क्लीन चिट दे दी गई थी। इस पर वादी ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। 23 अगस्त 2013 को हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई से कराने का निर्देश दिया था। मामले में कई बार दिल्ली से सीबीआई की टीम भी आई थी।