बरेली: रुविवि के बाहर ग्रीन कॉरिडोर, रेता-बजरी के अड्डे में तब्दील

अमृत विचार, बरेली। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय परिसर के बाहर ग्रीन कॉरिडोर धीरे-धीरे रेता बजरी के अड्डे में तब्दील होता जा रहा है। हरे पेड़ों को काटकर जमीन पर रेता-बजरी डालकर बिक्री की जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन चहारदीवारी के बाहर की जमीन होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने …
अमृत विचार, बरेली। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय परिसर के बाहर ग्रीन कॉरिडोर धीरे-धीरे रेता बजरी के अड्डे में तब्दील होता जा रहा है। हरे पेड़ों को काटकर जमीन पर रेता-बजरी डालकर बिक्री की जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन चहारदीवारी के बाहर की जमीन होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने संबंधित विभागों को कई बार पत्र लिखे लेकिन किसी ने अतिक्रमण हटाने का प्रयास नहीं किया। विश्वविद्यालय प्रशासन ग्रीन ट्रिब्यूनल में इसकी शिकायत करने की तैयारी कर रहा है।
पीलीभीत बाईपास नेशनल हाईवे है। इसके किनारे-किनारे हरे-भरे पेड़ थे लेकिन धीरे-धीरे पेड़ों को काटकर कब्जे कर लिए गए। विश्वविद्यालय की बाउंड्री से सटी जगह में काफी समय तक हरियाली बची रही लेकिन अब इसे भी उजाड़कर कब्जे किए जा रहे हैं। बीसलपुर चौराहा से विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार तक लगभग सभी पेड़ों को काट दिया गया है। सड़क किनारे रेता-बजरी की दुकानें खुल गई हैं।
इसके अलावा भी अन्य दुकानदारों ने कब्जा कर लिया है। विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से डोहरा रोड तक कुछ हरियाली बची है लेकिन इस पर भी जगह-जगह कब्जा शुरू हो गया है। जो जगह बची है उस पर कूड़ा डाला जा रहा है। जगह-जगह बसें खड़ी करके कब्जा किया गया है। देखा जाए तो सेटेलाइट से लेकर बैरियर टू चौकी तक सड़क के दोनों ओर कब्जे हैं। नगर निगम कभी कभार अभियान के नाम पर खानापूर्ति कर देती है।
इसी तरह से बीसलपुर रोड पर भी कब्जा किया जा रहा है। कुछ दिनों पहले शौचालय बनाने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों ने विरोध किया था। नगर आयुक्त और मेयर से भी शिकायत की गई थी। विश्वविद्यालय की दीवार से सटाकर हो रहे कब्जे को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन एनएचएआई और नगर निगम के अधिकारियों को भी लिख चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।
चीफ प्रॉक्टर जेएन मौर्या ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर के बाहर की जमीन विश्वविद्यालय के अधिकार में नहीं है लेकिन ग्रीन कोरिडोर पर कब्जे को लेकर संबंधित विभागों में शिकायत की जा चुकी है। ग्रीन ट्रिब्यूनल में जाने की तैयारी की जा रही है। मीडिया प्रभारी डा. अमित सिंह ने बताया कि एनएचएआई के अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन उन्होंने शहर के अंदर कब्जे हटाने को लेकर नगर निगम को अधिकृत बताया।