मुरादाबाद: बर्ड फ्लू की पुष्टि से जिले में हाईअलर्ट

मुरादाबाद: बर्ड फ्लू की पुष्टि से जिले में हाईअलर्ट

मुरादाबाद, अमृत विचार। छजलैट के मोढातैरय्या में कौआ में बर्ड फ्लू की पुष्टि ने प्रशासन को सकते में डाल दिया है, इसको लेकर जिले में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने मोढ़ातैया क्षेत्र को केटेनमेंट सेंटर घोषित कर दिया है। जबकि क्षेत्र का सर्विलांस जोन बना दिया गया है। छजलैट के झील में …

मुरादाबाद, अमृत विचार। छजलैट के मोढातैरय्या में कौआ में बर्ड फ्लू की पुष्टि ने प्रशासन को सकते में डाल दिया है, इसको लेकर जिले में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने मोढ़ातैया क्षेत्र को केटेनमेंट सेंटर घोषित कर दिया है। जबकि क्षेत्र का सर्विलांस जोन बना दिया गया है।

छजलैट के झील में दो कौवे मरे थे जिनकी रिपोर्ट बर्ड फ्लू पॉजिटिव आई है। रिपोर्ट के बाद पशुपालन विभाग और वन विभाग के अलावा मुर्गी पालकों को सतर्क कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने संगठित क्षेत्र के मुर्गी फार्म की निगरानी के निर्देश दिए हैं। वन विभाग की टीम को सक्रिय कर दिया गया है।

संभागीय वनाधिकारी कन्हैया पटेल कहते हैं कि जिले में आठ सर्किल हैं। सभी क्षेत्रों में सेक्शन जांच कराई जा रही है। एसडीओ, रेंजर और वन दरोगा ग्रामीणों से समन्वय बनाए हुए हैं। पशुपालन विभाग के साथ विभाग की टीम ऐसी हर सूचना का सत्यापन कर रही है।

उधर, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. हरिशंकर वर्मा कहते हैं कि दो कौओ में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। हालांकि कौवे प्राकृतिक रूप से इस बीमारी से जूझते रहते हैं। विभाग पूरी सतर्क हो गया है। मोढ़ातैया क्षेत्र को एपी सेंटर बना दिया गया है। 10 किलोमीटर के इलाके को सर्विलांस के हवाले कर दिया गया है। विभाग की टीम पोल्ट्री फार्म में जाकर पक्षियों की सेहत जांच कर रही है।

जिले में हैं दो बड़े सहित 58 पोल्ट्रीफार्म
जिले में 58 मुर्गी फार्म हैं जिसमें दो संगठित क्षेत्र के हैं। विभागीय गणना में सवा दो लाख पक्षी संरक्षित हैं। इसमें छोटे और कम संख्या के पक्षी समूह शामिल नहीं हैं। किसी संरक्षित पोल्ट्री हाउस में किसी पक्षी में बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है।

पशुपालन विभाग की अपील
लोग खुले में पक्षियों को कहीं ना ले जाएं। अगर कहीं मुर्गा या कोई पक्षी मृत पाया जाए तो उसे न छुएं। इसकी जानकारी संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या पशु अस्पताल को दें। ठंड का सीजन बर्ड फ्लू के लिए संवेदनशील होता है। वाइल्ड लाइफ की वजह से इस बीमारी के प्रकार के खतरे रहते हैं। फिलहाल विभाग पूरी तरह से अलर्ट है।

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