मुरादाबाद: लोको शेड रेलवे कॉलोनी में मिला मृत मुर्गा, बर्ड फ्लू की आशंका से डरे लोग

मुरादाबाद। दिल्ली रोड स्थित लोको शेड रेलवे कॉलोनी में एक पक्षी के मृत अवस्था में पाया गया। इस घटना के बाद कॉलोनी के लोगों ने बताया कि यह पक्षी मुर्गा है। मृत मुर्गा मिलने से बर्ड फ्लू की आशंका को लेकर लोगों में डर का माहौल है। हैरानी की बात यह है कि बर्ड फ्लू …

मुरादाबाद। दिल्ली रोड स्थित लोको शेड रेलवे कॉलोनी में एक पक्षी के मृत अवस्था में पाया गया। इस घटना के बाद कॉलोनी के लोगों ने बताया कि यह पक्षी मुर्गा है। मृत मुर्गा मिलने से बर्ड फ्लू की आशंका को लेकर लोगों में डर का माहौल है। हैरानी की बात यह है कि बर्ड फ्लू को लेकर जिन नौ राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। उसमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। पर शायद प्रशासन और पशु चिकित्सा विभाग इस बात से बेखबर है। नतीजा यह कि लोगों ने मृत पक्षी सुबह देखा और देर शाम तक भी किसी अधिकारी ने मौके पर जाकर जायजा तक नहीं लिया। यहां तक की इस मामले की उनको जानकारी ही नहीं है।

लोकोशेड रेलवे कॉलोनी के सी-83 क्वार्टर के सामने कचरे के ढेर पर यह पक्षी मरा पाया गया। चिंता की बात इसलिए भी है कि मृत पक्षी की हालत देख ऐसा नहीं लग रहा था कि उसे किसी जानवर ने मारा है। यही नहीं यहां के लोगों का भी कहना है कि यदि मुर्गा किसी जानवर द्वारा मारा जाता है तो स्थिति विवादास्पद हो जाती है। पर इस पक्षी के मरने के बाद ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

लक्की वाल्मीकि ने बताया कि कॉलोनी में चार से पांच परिवार कुछ मुर्गे पालते हैं। किसी जानवर द्वारा यदि यह पक्षी मारा जाता तो कॉलोनी में हल्ला मच जाता है। पर इसबार किसी ने कोई शोर भी नहीं किया। इस पक्षी के मरने की सूचना संबंधित विभाग या प्रशासन को भी नहीं हुई। बताया जाता है कि पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को इस बारे में सूचना देने के लिए कुछ लोगों ने फोन कॉल भी की। पर उन्होंने रिसीव ही नहीं किया। ऐसे में कहीं यदि यह पक्षी किसी गंभीर बीमारी से मरा है तो इसकी पुष्टि नहीं हो पाना भी किसी खतरे से कम नहीं रहेगा।

शहर में मुर्गा पालकों की खबर ही नहीं विभाग को
लोकोशेड रेलवे कालोनी, हरथला, पुराने शहर के कई मोहल्ले हैं, जहां कई घरों में मुर्गा पालन होता है। हालांकि वे पोल्ट्रीफार्म के लिए रजिस्टर्ड तो नहीं होते हैं। पर इसके बावजूद इन पक्षी पालकों पर पशु चिकित्सा विभाग की नजर भी नहीं जाती है। ऐसे में यदि इन पालकों के पास मौजूद पक्षियों में कोई बीमारी होती है तो विभाग इससे पूरी तरह बेखबर होता है। इस विभाग के अधिकारी डा. जैन बताते हैं कि पोल्ट्री फार्म ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, शहर में एक भी पोल्ट्री फार्म नहीं है।

130 पक्षियों की हो चुकी है जांच
पशु चिकित्सा विभाग का दावा है कि अब तक जो पक्षी जांच के लिए लैब भेजे गए, उनमें एक में भी एवियन इंफ्लूएंजा वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। अब तक बरेली लैब में 130 पक्षियों के नमूने भेजे जा चुके हैं।

लोकोशेड रेलवे कालोनी में किसी पक्षी के मरने की जानकारी नहीं मिली है। फिर यदि इस तरह की घटना हुई है तो इसके लिए मौके पर टीम भेजी जाएगी। उस मृत पक्षी के मिलने पर उसकी जांच कराई जाएगी। -आनंद वर्धन, मुख्य विकास अधिकारी

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