बरेली: आईवीआरआई समेत 110 संस्थानों को जल्द मिलेंगे नए वैज्ञानिक

अमृत विचार, बरेली। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआई) में जल्द ही विभागाध्यक्षों के खाली पदों पर भर्ती होने वाली है। इसके लिए कृषि मंत्रालय के अधीन संचालित कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल दिल्ली द्वारा जल्द ही देशभर के आईसीएआर से संबद्ध संस्थानों के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा। बीते दिनों भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) …
अमृत विचार, बरेली। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआई) में जल्द ही विभागाध्यक्षों के खाली पदों पर भर्ती होने वाली है। इसके लिए कृषि मंत्रालय के अधीन संचालित कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल दिल्ली द्वारा जल्द ही देशभर के आईसीएआर से संबद्ध संस्थानों के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा। बीते दिनों भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) के महानिदेशक डा. त्रिलोचन महापात्रा ने कुलपति एवं निदेशकों के साथ आनलाइन कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी थी। जिसके बाद से यह माना जा रहा है कि चयन प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अधीन देशभर में 110 से ज्यादा संस्थान संचालित हैं। इनमें बरेली का आईवीआरआई और केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) भी शामिल है। पिछले काफी समय से आईवीआरआई में कई विभागाध्यक्षों के पद खाली हैं। वरिष्ठ वैज्ञानिक न होने की वजह से तमाम दिक्कतें आती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि पदों पर नियुक्ति होने से अन्य वैज्ञानिकों पर काम का दबाव थोड़ा कम होगा। साथ ही बेहतर शोध हो सकेंगे। इसी महीने विज्ञापन आने के बाद ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। आवेदन आने के बाद अभ्यर्थियों का साक्षात्कार के जरिए चयन किया जाएगा।
दोनों संस्थानों में स्थाई निदेशक नहीं
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान और केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान देश के बड़े संस्थानों में आते हैं लेकिन यहां बहुत समय से स्थाई निदेशक नहीं हैं। आईवीआरआई में कुछ महीने पहले डा. आरके सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद इस पद की जिम्मेदारी संयुक्त निदेशक शोध डा. बीपी मिश्रा को प्रभार के रूप में दे दी गई थी। वहीं, सीएआरआई में भी डा. संजीव कुमार कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य संभाल रहे हैं। हालांकि, बीते दिनों सीएआरआई के निदेशक पद के लिए नवंबर में साक्षात्कार हो चुके हैं जिसके नतीजे अभी नहीं आए हैं। नतीजे आने के बाद सीएआरआई को स्थायी निदेशक मिलने की संभावना जताई जा रही है।