जननी मित्र एप करेगा गर्भवतियों की देखभाल व जांच, पूरे देश में लागू होगी व्यवस्था, एप व डिवाइस के संबंध में चल रही स्टडी

कानपुर, अमृत विचार। गर्भावस्था से पहले और गर्भावस्था के दौरान कई महिलाएं स्वास्थ्य के प्रति संजीदा नहीं रहती हैं। कई बार तो जच्चा-बच्चा की मौत तक हो जाती है, ऐसे में जननी मित्र एप गर्भवतियों की न सिर्फ देखभाल करेगा, बल्कि जांच कर पोषण संबंधित जानकारी भी देगा। प्रधानमंत्री ने इस पर तेजी से कार्य करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। अब तक दो हजार से अधिक गर्भवतियों का एप व डिवाइस के माध्यम से जांच व उपचार किया जा चुका है।
आईएमए सीजीपी में रविवार को हैदराबाद से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विशेषज्ञ डॉ.राकेश कलपला शामिल हुए। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं के लिए जननी मित्र एप तैयार किया गया है, जिसको एक डिवाइस से जोड़ा जाएगा। यह डिवाइस अस्पताल में आने वाली गर्भवती के हाथ या माथे पर लगाई जाएगी, जिसको लगाते ही उनकी पल्स रेट, बीपी, ऑक्सीजन का स्तर, हीमोग्लोबिन, शरीर में न्यूट्रिशन की मात्रा, शुगर लेवल समेत आदि जरूरी जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। जिसके बाद मरीज को संबंधित बीमारी का इलाज शुरू करने के साथ ही न्यूट्रिशियन सही रखने की जानकारी दी जाएगी।
बताया कि इस एप व डिवाइस के संबंध में तीन माह पहले ही आंध्र प्रदेश व तेलंगाना के मुख्यमंत्री की अनुमति पर स्टडी भी शुरू कर दी गई है। प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रालय सचिव को निगरानी करने और रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। सफलता रिपोर्ट के आधार पर जननी मित्र को देश के सभी राज्यों में लागू किया जाएगा। एप से निगरानी होने पर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी भी आएगी। डॉ.राकेश कलपला ने बताया कि गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में एआई के उपयोग से रोगों की पहचान, प्रबंधन और उपचार में एक नई क्रांति आने वाली है। अल्सर, इंफ्लेमेटरी, बाउल डिजीज, कोलन कैंसर समेत आदि पेट संबंधित बीमारी में एआई वरदान के रूप में काम करेगी।