Bareilly: दो साल का दावा हवा हवाई! नहीं बन पाए गरीबों के लिए आवास, अब तो 6 साल भी गुजरे

Bareilly: दो साल का दावा हवा हवाई! नहीं बन पाए गरीबों के लिए आवास, अब तो 6 साल भी गुजरे

बरेली, अमृत विचार: निर्धनाें के लिए किफायती आवास मिलने का सपना फिलहाल दूर की कौड़ी बना हुआ है। कई वजहों से योजना लेटलतीफी की शिकार है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवासों का निर्माण 2021 तक पूरा हो जाना था। चार साल और गुजर गए सिर्फ 1686 आवास बनकर तैयार हो सके। इनमें बीडीए ने अपने हिस्से के भवनों का निर्माण करा दिया। वहीं निजी बिल्डर 2344 भवनों में सिर्फ1432 भवन बना सके। बताया गया कि शासन से धनराशि अवमुक्त होने में देरी के चलते भवनों का निर्माण लटकता गया। अब बिल्डरों ने जून, दिसंबर तक भवन निर्माण पूरा करने का आश्वासन दिया है।

दुर्बल आय वर्ग के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भवनों के निर्माण में देरी के चलते सीएम डैश बोर्ड की रैंकिंग प्रभावित होने पर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने 18 मार्च को पत्र भेजकर बीडीए के मुख्य अभियंता का स्पष्टीकरण तलब किया था। ये पत्र 25 मार्च को बीडीए कार्यालय पहुंचा। इसके बाद मुख्य अभियंता एपीएन सिंह ने अपने स्पष्टीकरण में डीएम को बताया कि बरेली विकास प्राधिकरण की 87वीं बोर्ड बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत काम पूरा करने, मानचित्र की स्वीकृति अवधि बढ़ाने के संबंध में प्रस्ताव पर चर्चा की गई थी। इसके बाद बोर्ड ने वैधता अवधि बढ़ाने की स्वीकृति प्रदान की।

बोर्ड के निर्देश पर तीन निजी बिल्डर मेगा इन्फ्रा ड्रीम्स , धनराज बिल्डर्स एवं मोहन इन्फ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड को कुल 2344 भवनों की योजनाओं से संबंधित मानचित्रों की वैधता अवधि बढ़ाई गई। दुर्बल आय वर्ग के भवनों को पूरा करने के लिए परियोजना अवधि बढ़ाने के संबंध में आवास बंधु को पत्र भेजा जा चुका है। जिसकी प्रति अपर मुख्य सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन लखनऊ एवं मिशन निदेशक, सूडा, लखनऊ को भी भेजी गई।

शासन से धनराशि जारी होने में देरी
इस योजना को पूरा करने की अवधि दो वर्ष की थी। वर्ष 2019 में प्रारंभ हुई योजना को 2021 तक निजी विकासकर्ताओं को पूरा करना था लेकिन मेसर्स मेगा इन्फ्रा ड्रीम्स की प्रथम किश्त मार्च 2019 व जुलाई 2019 में शासन से अवमुक्त हुई थी। द्वितीय किश्त की धनराशि नवम्बर 2023 में हस्तांतरित हुई।

इसी प्रकार धनराज बिल्डर्स को प्रथम किश्त अप्रैल 2019 व नवम्बर 2019 में और द्वितीय किश्त जुलाई 2023 में हस्तांतरित हुई थी। मोहन इन्फ्रा डेवलपर्स की प्रथम किश्त मार्च 2019 में शासन से अवमुक्त हुई थी, जबकि द्वितीय किश्त अक्टूबर 2024 में हस्तांतरित हुई थी।

यह है वर्तमान स्थिति
बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा 254 और तीनों निजी विकासकर्ताओं द्वारा 2344 भवनों यानी कुल 2598 भवनों का निर्माण होना है। प्राधिकरण ने 254 भवनों का निर्माण पूरा कर लिया है। निजी विकासकर्ता में मेगा इन्फ्राड्रीम्स ने 1500 भवनों के सापेक्ष 1280, धनराज बिल्डर्स ने 480 भवनों के सापेक्ष 150 भवन, मोहन इन्फ्राडेवलपर्स ने 364 भवनों के सापेक्ष सिर्फ दो भवनों का निर्माण किया। इस तरह 1,686 भवनों का निर्माण हो सका है।

जून और दिसंबर तक भवन तैयार करने का बिल्डरों ने दिया आश्वासन
मुख्य अभियंता ने डीएम को भेजे स्पष्टीकरण में जानकारी दी कि मेगा इन्फ्रा ड्रीम्स ने अवगत कराया है कि सभी अवशेष 220 भवनों के छत तक का कार्य पूरा कर लिया है। फिनिशिंग का कार्य प्रगति पर है। जून 2025 तक काम पूरा कराने का आश्वासन दिया है। धनराज बिल्डर्स के अवशेष 330 भवनों के सापेक्ष 192 का छत तक का कार्य पूरा है। उन्होंने शेष भवनों का निर्माण दिसम्बर 2025 तक पूरा करने का आश्वासन दिया है। मोहन इन्फ्रा डेवलपर्स ने दिसम्बर-2025 तक अवशेष 362 भवनों के छत तक का निर्माण पूरा करने का आश्वासन दिया है।

अवर अभियंताओं को किया तैनात
मुख्य अभियंता ने बताया है कि निजी बिल्डरों के लिए शासन से द्वितीय किश्त का भुगतान काफी विलंब से हुआ। जिस कारण परियोजनाएं पूरी नहीं हो सकीं। वर्तमान में निजी विकासकर्ताओं को तीव्र गति से कार्य कराने के निर्देश दिये हैं। अवर अभियंता को तैनात कर कार्य जल्द पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है।

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