एकमुश्त समाधान योजना से नहीं मिला समाधान.. उपभोक्ताओं को सता रहा है जमा धनराशि के डूब जाने का खतरा

लखनऊ, अमृत विचार। बिजली विभाग की एकमुश्त योजना में बकाया बिल जमा कर बड़ी संख्या में उपभोक्ता खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। दरअसल इन उपभोक्ताओं ने योजनाओं में पंजीकरण कराकर किश्तों में पूरा बकाया चुका दिया। कुछ महीने बाद किसी के करंट बिल में पिछले बकाया जोड़ दिया गया तो किसी का चुकाया गया बकाया विभाग के रिकार्ड में शो ही नहीं कर रहा है।
उपभोक्ताओं के पास बकाया जमा की रसीद भी है, लेकिन अपनी रसीद पर जमा की गई धनराशि को कर्मचारी स्वीकार करने को तैयार नहीं। ज्यादातर उपभोक्ताओं को अधिकारी चक्कर लगवा रहे हैं तो कुछ पर दोबारा बकाया धनराशि जमा करने का दबाव डाला जा रहा है। पावर कारपोरेशन की एकमुश्त समाधान योजना में बडे़ बकायेदारों से लेकर चोरी में पकड़े गए उपभोक्ताओं ने बिलों का समायोजन कराया। ज्यादातर ने किस्तों में भुगतान किया। बचीं किस्त जमा करने पहुंचे तो पंजीकरण के समय जमा धनराशि का ब्योरा ही गायब हो गया।
1- बरावंना कला दुबग्गा निवासी उमा तिवारी का कनेक्शन नंबर 6510808000 है। उन्होंने ओटीएस योजना में पंजीकरण कराया, छूट के साथ 33,847 बिल उन्होंने जमा कर दिया। विभाग से जीरों बैलेंस की रसीद दे दी गई। इसके बाद उमा हर महीने बिल को जमा कर रही थीं। फरवरी-25 के बिल के साथ 16,473 रुपये के बकाया जोड़ दिया गया। उमा का कहना है कि इसकी शिकायत उपकेंद्र अधिकारियों से लेकर अधिशासी अभियंता तक की। हर जगह से ठीक करा देंगे यहीं जवाब मिला, लेकिन समाधान नहीं कराया।
2- अहिबरनपुर उपकेंद्र पर उपभोक्ता मुजीबुर ने बताया कि एकमुश्त समाधान योजना में 18,000 रुपये जमा कर पंजीयन कराया था। पूरा पैसा जमा कर दिया, लेकिन अब भी करीब 20 हजार का बकाया दिखाया जा रहा है। विभाग के ऑनलाइन सिस्टम में पंजीकरण के दौरान जमा की गई धनराशि नहीं दिख रही है। पंजीकरण रसीद दिखाने के बाद अधिकारी बस निराकरण कराने का आश्वासन दे रहे हैं।
3- चिनहट निवासी रीना देव ने बताया कि दो लाख रुपये रुपये बिजली बिल बकाया था। एकमुश्त समाधान योजना में 28 हजार रुपये देकर पंजीकरण कराया और तीन किश्तों में बाकी धनराशि जमा कर दी। इसके बावजूद भी करीब 17 हजार का बकाया दिखाया जा रहा है। बिल सही कराने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों जमा की रसीद भी दिखाई, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। समाधान कराने के लिए उपकेंद्र का चक्कर लगा रहे हैं। अधिकारी निराकरण कराने के बजाए दोबारा बकाया जमा करने का दबाव बना रहे हैं।
क्या है एकमुश्त समाधान योजना
बिजली विभाग बकाए बिल की वसूली के लिए 2021 से एकमुश्त समाधान योजना चला रहा है। इसमें 2 किलोवॉट तक के घरेलू और कामर्शियल उपभोक्ताओं को सरचार्ज में सरचार्ज में 100 फीसदी की छूट दी जाती है। दो से पांच किलोवॉट तक के घरेलू और कामर्शियल उपभोक्ताओं को सरचार्ज पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है। ज्यादा से ज्यादा वसूली के लिए योजना को कई चरणों में चलाया जाता है। इस बार भी करोड़ों उपभोक्ता ने योजना में पंजीकरण कर बकाया जमा किया, इसमें बड़ी संख्या में उपभोक्ता ठगा महसूस कर रहे हैं।
पंजीकरण की धनराशि जमा है, तो उसकी जानकारी मिल जाएगी। कई बार तकनीकी कारणों से समस्या हो सकती है। ऐसी कई समस्या हमारे सामने आई है। इसके लिए उपभोक्ताओं को परेशान होने की जरूरत नहीं है। ओटीएस योजना का लाभ लेकर जिन उपभोक्ताओं ने बिल जमा कर दिया है, फिर भी बकाया है तो उसकी जांच कर उपभोक्ता की समस्या को हल किया जायेगा... रजत जुनेजा, मुख्य अभियंता सिस गोमती।